दिसंबर में उगाएं ये सब्जियां, फरवरी-मार्च में खा सकेंगे सर्दियों की आखिरी उपज

Grow Vegetables in December

दिसंबर में आप पत्तागोभी, चकुंदर, मूली, और शंकरकंद जैसी चीजों के पौधे लगा सकते हैं।

सर्दियों की शुरूआत का मतलब होता है, हरी-पत्तेदार सब्जियों का मौसम शुरू होना। जो लोग अपने घरों में गार्डनिंग करते हैं, उन्हें सर्दियों का मौसम खूब भाता है क्योंकि इस मौसम में वह हरी, ताज़ी और पौष्टिक पत्तेदार सब्ज़ियां उगाते हैं। सर्दियों की सब्ज़ियों की तैयारी सितंबर-अक्टूबर से शुरू हो जाती है।

बागवानी करने वाले लोग गर्मियों की आखिरी उपज लेकर सर्दियों की सब्जियों के बीज बोना शुरू कर देते हैं। वैसे तो दिसंबर आते-आते लोग इन सब्जियों की उपज लेना शुरू कर देते हैं, लेकिन अगर कोई इस महीने से भी कुछ उगाने की शुरूआत करना चाहता है तो देर नहीं हुई है।

बेंगलुरू में रहने वाली स्वाति कहतीं हैं कि दिसंबर में भी आप सर्दियों की कई सब्जियां बो सकते हैं। जिनकी उपज आपको फरवरी तक मिलने लगेगी।

Winter Vegetables
Winter Vegetables (Source)

“सभी हरी-पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, पालक, सरसों, धनिया, केल, लेटस आदि आप अपनी बालकनी या छत पर लगा सकते हैं। इसके अलावा, सर्दियों की सभी तरह की सब्जियां जैसे बैंगन, शिमला मिर्च, बंदगोभी, फूलगोभी, ब्रोकली, मटर, गाजर, मूली, शलजम और शकरकंद भी आप उगा सकते हैं,” उन्होंने कहा।

वहीं, मध्य-प्रदेश में हमारी एक और गार्डनिंग एक्सपर्ट, ऋतू सोनी बता रही हैं कि आप कैसे सर्दी के मौसम में अपनी सब्जियों की देखभाल कर सकते हैं। उन्होंने कुछ टिप्स हमारे साथ साझा किए हैं:

1: मिट्टी बनाते समय आधा हिस्सा खाद मिलने से फसल अच्छी होती है।
2: बहुत ज्यादा पानी पेड़-पौधों में न डालें।
3: सुबह के समय पानी डालना अधिक फायदेमंद होता है।
4: हर 10 दिन में एक बार गौ मूत्र या जैविक कीटनाशक का छिड़काव करें।
5: फूल आने पर पानी थोड़ा कम दें।
6: परागकण यदि कीटों के माध्यम से न हो तो हाथों से करें।
7: परागकण बढ़ाने के लिए शहद को पानी में घोल कर छिड़काव करें।

इसके साथ ही, इन दोनों गार्डनिंग एक्सपर्ट्स ने कुछ सब्जियों को उगाने की प्रक्रिया भी द बेटर इंडिया के साथ साझा की है। तो आज जानिए कि आप दिसंबर के महीने में कौन-कौन सी सब्जियां उगा सकते हैं:

1. पत्तागोभी:

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ऋतू बतातीं हैं कि पत्तागोभी आप बीज से या फिर आपके घर में आने वाली पत्तागोभी को काटने पर बचने वाले उसके स्टेम वाले हिस्से भी उगा सकते हैं। आप बाज़ार से जो पत्तागोभी लाए हैं, उसके नीचे के स्टेम को देखिए, अगर इसमें हल्की-हल्की बड/जड़ें/स्प्रोउट आपको दिखती हैं तो आप इसे नए पौधे उगाने के लिए उपयोग में ले सकते हैं।

कैसे उगाएं:

  • सबसे पहले जिस जगह से स्प्रोउट आ रहे हैं, आप स्प्राउट को नुकसान पहुंचाए बिना इसे काट लें।
  • अब पॉटिंग मिक्स तैयार करें जिसमें आप मिट्टी के साथ रेत, गोबर की खाद, केंचुआ खाद और कोकोपीट जैसे पोषक तत्व मिला सकते हैं।
  • इस पॉटिंग मिक्स को आप थोड़े चौड़े और हल्के गहरे गमले या किसी कंटेनर में भरें।
  • इसमें ड्रेनेज सिस्टम अच्छा होना चाहिए।
  • अब स्प्राउट वाले हिस्से को मिट्टी में लगा दें और ऊपर से मिट्टी से ढक दें।
  • पानी स्प्रिंकलर से दें।
  • अब गमले को धूप में रख दें और नियमित तौर पर पानी देते रहें।
  • लगभग 2 हफ्तों में पौधे आने लगेंगे।
  • जब ये पौधे एक महीने के हो जाएं तो आप दूसरे जैविक फ़र्टिलाइज़र जैसे केले के छिलके का पानी, प्याज के छिलके का पानी डाल सकते हैं।
  • लगभग ढाई-तीन महीने में आपकी पत्तागोभी तैयार हो जाएगी।

वीडियो देखें: 

2. मूली:

मूली उगाने की प्रक्रिया स्वाति हमें बता रही हैं। स्वाति कहतीं हैं कि मूली मिट्टी के अंदर लगती है इसलिए ज़रूरी है कि आप जो भी गमला या कंटेनर लें, वह गहरा होना चाहिए। मूली को उगाने के लिए आप बाज़ार से या फिर ऑनलाइन ऑर्डर करके बीज मंगवा सकते हैं।

  • सबसे पहले पॉटिंग मिक्स तैयार करके गमले में भरें।
  • गमले का ड्रेनेज सिस्टम बहुत अच्छा होना चाहिए क्योंकि मूली एक जड़ फसल है तो पानी ठहरने की वजह से खराब हो जाती है।
  • अब गमले में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर मूली के बीज लगा दें और ऊपर से मिट्टी से ढकें, अब पानी दें।
  • लगभग 10 दिन में आपको मूली के पौधे बढ़ते हुए दिखने लगेंगे।
  • नियमित तौर पर पानी दें और गमले को ऐसी जगह रखें जहाँ धूप पर्याप्त आती हो।
  • एक महीने बाद आप हर दूसरे हफ्ते में पौधों को खाद दे सकते हैं।
  • आप चाहें तो लिक्विड फ़र्टिलाइज़र या फिर घर पर बनी खाद डाल सकते हैं।
  • मूली को तैयार होने में लगभग ढाई-तीन महीने का समय लगता है।

पूरी वीडियो देखें:

3. प्याज:

प्याज भी आप अपने घर में आई प्याज से ही लगा सकते हैं। इनके लिए आपको अलग से गमला या कंटेनर तैयार करने की ज़रूरत नहीं है। आपके यहाँ गमलों में अगर पहले से कोई पेड़ लगे हुए हैं उन्हें में आप इन्हें लगा सकते हैं।

सबसे पहले आप अपने घर में आए प्याज में से छोट-छोटी प्याज निकाल लीजिये।
अब इनको आप या तो एक गमले में पॉटिंग मिक्स भरके थोड़ी-थोड़ी दूरी पर लगा दें या फिर दूसरे गमलों में पौधों के साथ नीचे लगा सकते हैं।

प्याज को मिट्टी में कम से कम 2 इंच नीचे तक लगाएं। ऊपर से मिट्टी से ढक दें और पानी दें। नियमित तौर पर पानी देते रहेंगे तो कम से कम एक-दो हफ्तों में पौधे आने लगेंगे।

लगभग एक महीने बाद आप ऊपर से लिक्विड फ़र्टिलाइज़र भी देना शुरू कर दें।
लगभग दो-ढाई महीने में जब आपकी प्याज तैयार हो जाती है तो खुद ऊपर की तरह निकल आती है। यह संकेत है कि आप अब प्याज को हार्वेस्ट कर सकते हैं।

वीडियो देखें:

4. लहसुन:

प्याज के साथ-साथ लहसुन भी लगभग हर सब्ज़ी में इस्तेमाल होता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसे भी आप लहसुन की जड़ से ही उगा सकते हैं।

*सबसे पहले एक कोई अच्छा-सा लहसुन लें और फिर सीडलिंग तैयार करने के लिए गमले में पॉटिंग मिक्स तैयार करें।
*अब इसमें पानी डालें और ध्यान रहे कि गमले में अच्छा ड्रेनेज सिस्टम हो।
*अब लहसुन की कुछ कलियाँ लें और उन्हें मिट्टी में लगा दें।
*ध्यान रहे कि जड़ वाला हिस्सा नीचे की तरफ रहे और इन्हें मिट्टी में दबा दें।

ज़रूरत के हिसाब से पानी दें।
*20 दिनों में आपके पौधे तैयार हो जाएंगे और अब इन्हें ट्रांसप्लांट करें।
*अलग-अलग गमलों में पौधों को लगाने के बाद इनमें पानी और लिक्विड स्प्रे देते रहें।
*लगभग एक-डेढ़ महीने में पौधे बढ़ने लगेंगे और दो ढाई महीने में आपको उपज मिलेगी!

5. शकरकंद:

स्वीट पोटैटो यानी कि शकरकंद भी आप बाज़ार से लाई शकरकंद से उगा सकते हैं।

  • सबसे पहले आप शकरकंद को दो भागों में काट लें और फिर इन्हें पानी से भरी कटोरी में रख दें।
  • लगभग एक हफ्ते तक आपको इन्हें पानी में रखना है और हर दूसरे दिन पानी बदलते रहें।
  • एक हफ्ते बाद आप देखेंगे कि इन टुकड़ों में स्प्राउट आने लगे हैं।
  • लगभग दो-तीन हफ्तों बाद आपको इनमें और ग्रोथ दिखेगी।
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  • लेकिन आप कम से कम 20-25 दिन बाद इन्हें पानी से निकालें और ऊपर आए इनके शूट को निकालें।
  • सबसे पहले उन शूट को अलग करें जिनमें जड़ आ चुकी हैं और इसके बाद दूसरे शूट को।
  • जिन शूट में जड़ नहीं है उन्हें आप अलग से पानी में रख दें ताकि उनमें और जड़ बन जाए।
  • जिन शूट में जड़ हैं, उन्हें आप पॉटिंग मिक्स में लगा सकते हैं।
  • ऐसा कोई कंटेनर लें जो थोड़ा चौड़ा और गहरा हो।
  • इसमें पॉटिंग मिक्स डालें और अब इन्हें इसमें लगा दें।
  • स्प्रिंकल करके पानी दें।

पौधों को नियमित तौर से पानी देते रहें और लगभग एक महीने बाद इन्हें लिक्विड फ़र्टिलाइज़र भी दे सकते हैं।

वीडियो देखें: 

अगर आप दिसंबर में इन पौधों को लगा रहे हैं तो फरवरी तक आपको इनसे सब्ज़ियां मिलने लगेंगी। तो देर किस बात की, आज ही शुरू करें गार्डनिंग!

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संपादन: जी.एन. झा


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