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प्रेरक महिलाएं

1200+ किसानों को जोड़ा जैविक खेती से, उन्हीं की उपज खरीदकर, खड़ी की लाखों की कंपनी

By निशा डागर

भोपाल, मध्य प्रदेश की रहने वाली एक सफल महिला किसान, प्रतिभा तिवारी ने, न सिर्फ किसानों को जैविक खेती से जोड़ा, बल्कि उनकी उपज खरीदकर अपनी फ़ूड कंपनी 'भूमिशा ऑर्गेनिक्स' की भी नींव रखी, जिससे वह लाखों कमा रही हैं।

स्किन कैंसर से 21 वर्षीया सहेली की मौत, बनी इस स्किन केयर ब्रांड को शुरू करने की वजह

By प्रीति महावर

दिल्ली की नंदीता मनचंदा अपने ब्रांड Enn’s Closet के तहत, त्वचा और बालों के लिए, वीगन, नेचुरल और हाथों से बने उत्पाद बना रही हैं।

नॉनस्टिक के टक्कर में खड़ा किया पारंपरिक बर्तनों का बिज़नेस, तीन गुना हो रहा है मुनाफा

By प्रीति महावर

कोचीन, केरल की काविया चेरियन ने अगस्त 2020 में ‘Green Heirloom’ नामक Cookware Business की शुरुआत की थी।

टूथपेस्ट, शैम्पू से लेकर क्लीनर तक, सबकुछ बनाती हैं घर पर

By निशा डागर

लुधियाना, पंजाब की रहने वाली ज्योत्सना जैन पिछले दो सालों से इको फ्रेंडली लाइफस्टाइल फॉलो कर रही हैं।

माँ-बेटे की रोड-ट्रिप, 51 दिनों में 28 राज्य, 6 यूनियन टेरिटरी और 3 इंटरनैशनल बॉर्डर

By प्रीति टौंक

यात्रा की शौक़ीन केरल की मित्रा सतीश ने अपने 10 साल के बेटे के साथ, एक शानदार रोड ट्रिप पूरी की है। उन्होंने दक्षिण भारत से लेकर, देश के पूर्वोतर राज्यों के गांवों में छिपी कला को करीब से जानने के लिए, 16,804 किलोमीटर की यात्रा की।

बेकार पराली से उगाये मशरूम, कमाई बढ़कर हो गयी 20 लाख

By निशा डागर

ओडिशा में बारगढ़ जिले के गोड़भगा में रहने वाली जयंती प्रधान एक प्रगतिशील महिला किसान हैं। जानिए कैसे, दूसरे किसानों के खेत से मिली बेकार पराली से उन्होंने अपने मशरूम की खेती को आगे बढ़ाया।

छत पर खेती कर रु 20, 000/माह कमाती हैं यह 12वीं पास महिला, मिले 42 सम्मान

By निशा डागर

केरल में एर्नाकुलम जिले के एक गाँव की रहने वाली 46 वर्षीया सुलफत मोइद्दीन अपने घर की छत पर अलग-अलग तरीकों से जैविक खेती कर रही हैं और इस उपज से वह प्रतिमाह 20 हजार रुपए तक की कमाई कर लेती हैं।

68 की उम्र में शुरू किया अपना बिज़नेस, बचपन में सीखा क्रोशिया आया काम

By निशा डागर

कुन्नूर में रहने वाली 68 वर्षीया तारा जयप्रकाश पिछले कई सालों से बुनाई और क्रोशिया का काम कर रही हैं। तारा कुशन कवर, शॉल, बेबी सेट, टिश्यू बॉक्स व बेडशीट जैसी चीजें बनाकर शहर में आयोजित होने वाले मेलों में या सीधा ग्राहकों को बेचती हैं।

प्रेरक लाइब्रेरियन: रोज़ 4 किमी पैदल चलकर, गृहिणियों और बुजुर्गों तक पहुंचाती हैं किताबें

By निशा डागर

केरल के वायनाड जिले में रहने वाली 64 वर्षीया राधामणि, ‘प्रतिभा पब्लिक लाइब्रेरी’ नामक एक स्थानीय लाइब्रेरी में काम करती हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनका काम लाइब्रेरी में बैठकर लोगों को किताबें देना नहीं है बल्कि वह हर रोज लगभग चार किमी पैदल चलते हुए, घर-घर जाकर लोगों को किताबें देकर आती हैं।

राजस्थान: घर में जगह नहीं तो क्या? सार्वजानिक स्थानों पर लगा दिए 15,000 पेड़-पौधे

By प्रीति टौंक

जयपुर की अनुपमा तिवाड़ी, पिछले 12 साल से पौधे लगा रही हैं। अब तक उन्होंने 15000 से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए हैं। उनके जीवन का लक्ष्य एक लाख पेड़-पौधे लगाना है।