बिहार के कोसी अंचल में एक अनूठा प्रोडक्शन यूनिट संचालित हो रहा है, इस यूनिट में सिर्फ महिलाएं ही काम करती हैं और उन्हें नियमित सम्मानजनक आजीविका का अवसर मिलता है।
दिल्ली में रहने वाली पूजा कंठ 2015 से अपना बिज़नेस 'पूजा की पोटली' चला रही हैं। जिसके जरिये वह मैक्रमे आर्ट के हैंडमेड और इको फ्रेंडली प्रोडक्ट्स बनाकर ग्राहकों तक पहुंचा रही हैं।
गया (बिहार) के चंदौती हाई स्कूल में पढ़ा रहीं, सुष्मिता सान्याल ने 2013 में दिल्ली में अपनी नौकरी छोड़कर, सरकारी स्कूल में पढ़ाना शुरू किया था। उस समय उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि एक दिन बच्चों को पढ़ाना और नए हुनर सिखाना, उनके जीवन का लक्ष्य बन जाएगा।
डॉ. पूजा दुबे पाण्डेय एक बायोटेक्नोलॉजिस्ट हैं और इंदौर में अपनी कंपनी, 'Biotech Era Transforming India' (BETi) के जरिए मशरूम पर काम करने के साथ-साथ, पराली से इको फ्रेंडली पैकजिंग भी बना रही हैं।
रत्न प्रभा राजकुमार BlueMadeGreen के माध्यम से हर महीने 50 किलो से ज्यादा डेनिम जीन्स, कपड़े और कतरन को अपसायल करके 40 से ज्यादा तरह के उत्पाद बनाती हैं।