झूलन गोस्वामी ने अपने 19 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 600 से अधिक विकेट लिए हैं। यह कारनामा करने वाली, वह दुनिया की पहली महिला गेंदबाज हैं। जानिए उनके ‘बॉल गर्ल’ से यहां तक पहुंचने की कहानी!
झालावाड़, राजस्थान की रहनेवाली नाजिया के पिता टेम्पो चालक हैं और माँ एक गृहिणी होने के साथ-साथ खेतों में मजदूरी भी करती हैं। नाजिया की इस सफलता से न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरा गांव बेहद खुश है।
एक लड़की का कॉन्डम बेचना शायद ही किसी को पसंद आए। लेकिन दिल्ली की अरुणा इसकी परवाह नहीं करती। उन्होंने 'सलाद' नाम से अपना स्टार्टअप लॉन्च किया है, जहां वह फ्रेगरेंस फ्री, वीगन कॉन्डम बेचती हैं।
त्रिशूर की गीता सलिश को खाना बनाना बेहद पसंद है। कोरोना के दौरान उन्होंने अपनी पाक कला को बिज़नेस में बदलने का फैसला किया। आज उन्हें देशभर से ऑर्डर्स मिल रहे हैं।
बिहार के इस पारंपरिक भोजपुरिया गांव में सामूहिक प्रयास से संचालित हो रही लड़कियों की स्पोर्ट्स एकेडमी। बिहार की टीम में चुनी जा रहीं लड़कियां और हर आंख में पल रहे हैं, नेशनल टीम के लिए खेलने के सपने।
भारत के इतिहास में महिलाओं का अहम योगदान है। लेकिन जब हम भारतीय इतिहास का अध्ययन करते हैं तब मालूम होता है कि पूर्वोत्तर भारत की महिलाओं का जिक्र इसमें बहुत कम है। आइए जानते हैं पूर्वोत्तर भारत की इन पांच महिलाओं के बारे में।
खेती के साथ सीखा केचुए की खाद बनाना, 20 सालों से जम्मू कश्मीर के फूलों के खेतों में उपयोग होती है इनकी बनाई खाद। पढ़ें इस महिला किसान की गृहिणी से एक बिज़नेसवुमन बनने की कहानी।
सरला ठकराल ने पहली बार साल 1936 में लाहौर में जिप्सी मॉथ नाम का दो सीटर विमान उड़ाया था। उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने भारतीय परंपरा का मान रखते हुए साड़ी पहनकर पहली सोलो फ्लाइट में उड़ान भरी थी।