30 साल से भी ज़्यादा समय से गार्डनिंग कर रहीं, नयन मोनी हज़ारिका ने अपने बगीचे में 50 किस्म की फल-सब्जियों के अलावा, छह से आठ किस्मों के गुलाब भी उगाएं हैं। आज उनसे सीखिए, घर पर गमलों में गुलाब उगाने के कुछ आसान टिप्स।
बेंगलुरु की जिंसी सैमुअल ने खेती में बिना किसी औपचारिक ट्रेनिंग के, अपनी छत पर हाइड्रोपोनिक और एक्वापोनिक विधि से 230 तरह की फल-सब्जियां उगाती है। साथ ही, झींगा तथा तिलापिया मछलियों का भी होता है प्रजनन।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में रहने वाली 46 वर्षीया ऋतू सोनी, साल 2017 से अपनी छत पर बागवानी कर रही हैं और अपने ‘एबीसी ऑफ़ गार्डनिंग' यूट्यूब चैनल के जरिए, अपने 1.7 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर को बागवानी के गुर सिखा रही हैं।
गर्मियों के मौसम में, देश के कई इलाकों का तापमान 40 डिग्री को भी पार कर जाता है। जिसका असर न सिर्फ हम लोगों बल्कि पेड़-पौधों पर भी पड़ता है। इसलिए, गर्मियों के मौसम में अपने पेड़-पौधों का ख्याल रखने के कुछ जरूरी टिप्स सीखिए, गार्डनिंग एक्सपर्ट एनेट मैथ्यू से।
पेड़-पौधों के विकास के लिए नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम की जरूरत होती है। पौधों को इनका पोषण देने के लिए, आप घर पर ही प्याज, केले, अंडे और संतरे के छिल्कों के साथ चायपत्ती और अन्य जैविक चीजें मिलाकर ऑर्गेनिक NPK खाद बना सकते हैं।
भोपाल के एक गार्डनिंग एक्सपर्ट, शिरीष शर्मा बता रहे हैं कि आप कुछ आसान तरीकों से अपने घर की बालकनी या छत में, गमलों में ही इम्युनिटी बढ़ाने वाले औषधीय पौधों जैसे- अश्वगंधा, लेमन ग्रास और पान की बेल आदि लगा कर, इनका लाभ ले सकते हैं।
बेंगलुरु के रहने वाले 58 वर्षीय इंजीनियर, नटराज उपाध्याय ने अपने घर में 1700 से ज्यादा पेड़-पौधे लगाकर 'अर्बन जंगल' बनाया है। जहाँ पर आपको पपीता, केला, इमली और मोरिंगा जैसे 300 से ज्यादा किस्म के पेड़-पौधे और 50 से ज्यादा किस्म के पक्षी, तितलियाँ और अन्य जीव-जंतु दिख जाएंगे।