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खुशबूदार फूलों की बात हो और रजनीगंधा का नाम न आए, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। इस फूल को इसकी खुशबू के लिए कई तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही ये फूल पूजा से लेकर सजावट तक के काम भी आते हैं। इसे ट्यूबरोज़ (Tuberose) भी कहा जाता है।
कई लोग सोचते हैं कि इसे घर पर लगाया नहीं जा सकता, लेकिन इस फूल की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे आसानी से गमलों में भी उगाया जा सकता है। ये पौधे घर की सजावट में चार चाँद लगाने के साथ-साथ आपके घर को प्राकृतिक इत्र की खुशबू से महका सकते हैं।
रजनीगंधा के फूल सफ़ेद रंग के होते हैं, जो आपके मन को शांति व प्रसन्नता से भर देने वाले होते हैं। अगर आप इतने दिनों तक सिर्फ यह सोचकर इसका पौधा नहीं लगा रहे थे कि इसे घर में लगाना मुश्किल काम है, तो पटना में गार्डनिंग करनेवाली रिंकी सिंह ने बताया है कि रजनीगंधा को उगाने का सबसे आसान तरीका क्या है…
कैसे लगाएं इसका पौधा?
रिंकी कहती हैं कि ट्यूबरोज़ या रजनीगंधा की बनावट के आधार पर इसकी मुख्य 2 किस्में पाई जाती हैं। दोनों ही किस्मों में सफ़ेद रंग के खुशबूदार और सुन्दर फूल खिलते हैं, जिन्हें आप अपनी पसंद के अनुसार अपने घर में गमले या ग्रो बैग में उगा सकते हैं।
आप रजनीगंधा बल्ब्स किसी नर्सरी या फिर ऑनलाइन स्टोर से खरीद लें। इसे सीधे ही मिट्टी में गाड़ देने से भी आपका पौधा 8 दिनों के अंदर उगने लगेगा।
इसे उगाने के लिए 20℃- 35℃ के बीच तापमान और सूरज की अच्छी रोशनी की ज़रूरत होगी।
मिट्टी तैयार करने के लिए 60% गार्डन की मिट्टी लें, इसमें 40% कोकोपीट, कम्पोस्ट खाद और रेत मिलाएं।
रजनीगंधा का पौधा लगाने के लिए कम से कम 8 इंच गहरा गमला या ग्रो बैग सही होता है।
इसके कंद (बल्ब) को मिट्टी में 3-4 इंच की गहराई पर लगाएं और ध्यान रखें कि कंद का नुकीला सिरा ऊपर की ओर हो।
ट्यूबरोज़ के कंद (bulb) लगाने के बाद इन्हें अच्छी तरह से मिट्टी से ढक दें।
आप गमले में 2-3 पौधे एक साथ लगा सकते हैं, अगर आप गार्डन में ज़मीन पर रजनीगंधा उगा रहे हैं, तो पौधे को एक दूसरे से कम से कम 6 इंच की दूरी पर लगाएं।
रजनीगंधा के सभी कंद लग जाने के बाद, उन्हें अच्छी तरह पानी दें, ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे।
अगर पानी व धूप का ध्यान रखा जाए, तो गमले या गार्डन में रजनीगंधा को उगाना बिल्कुल आसान है।
अगर इसे सही पोषण और देखभाल मिले, तो लगभग चार महीनों में इसमें सुगंधित फूल खिलने लगेंगे।
आप इसके पौधों में गोबर की खाद का इस्तेमाल समय-समय पर कर सकते हैं।
रिंकी का कहना है कि इसे लगाने का सबसे अच्छा समय मार्च-अप्रैल होता है। ताकि मानसून में इसमें अच्छे फूल आने लगें। लेकिन इसे मानसून में भी उगाया जा सकता है।
तो देखा आपने कितना आसान है इस सुन्दर फूल के पौधे को लगाना। आपके गार्डन में भी इसका एक पौधा तो होना ही चाहिए।
हैप्पी गार्डनिंग !
संपादनः अर्चना दुबे
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