केरल में जन्मीं और दिल्ली में पली-बढ़ी मैरी जॉर्ज, हमेशा से गार्डनिंग की शौक़ीन रही हैं। अपने इस शौक़ का श्रेय वह अपनी माँ को देती हैं। उनके घर में हमेशा से इंडोर और आउटडोर गार्डन मौजूद था। इसलिए पौधों की देखभाल करना बचपन से ही उनके रूटीन में शामिल है।
द बेटर इंडिया से बात करते हुए वह कहती हैं, “दिल्ली के बेहद गर्म और सर्द मौसम में पौधे उगाना एक मुश्किल काम है। लेकिन अगर आपको शौक़ है तो आप किसी न किसी तरह से पौधे उगा ही लेते हैं।”
63 वर्षीया मैरी ने अपने घर के गार्डन को तीन हिस्सों में बांटा है – टेरेस, ग्राउंड और बालकनी। साथ ही, उन्होंने घर के सभी कमरों में भी इंडोर प्लांट्स रखे हैं। इस तरह उनके पूरे घर में आपको कम से कम 1,000 से ज़्यादा पौधे दिख जाएंगे। जिनमें लिली, गुलाब, गेंदा और ऑर्किड उनके कुछ पसंदीदा पौधों में शामिल हैं।
मैरी, बायोलॉजी की रिटायर्ड टीचर हैं और फ़िलहाल वह एजुकेशनल कसल्टेंट के तौर पर काम कर रही हैं। वह अपने गार्डन के लिए देशभर से पौधे मंगवाती रहती हैं। उन्होंने बताया कि वह सिक्किम और अपने होमटाउन केरल से नई-नई किस्म के पौधे इकट्ठा करती रहती हैं। जब तक उनकी माँ जीवित थीं, गार्डन का सारा काम वही संभालती थीं। उस वक़्त मैरी एक हेल्पर की तरह मदद किया करती थीं, लेकिन माँ के निधन के बाद गार्डन की पूरी जिम्मेदारी मैरी ही संभाल रही हैं।
उन्हें अपने गार्डन के ऑर्किड कलेक्शन पर काफी गर्व है। दिल्ली में कम ही गार्डनर्स हैं जो ऑर्किड उगाते हैं, क्योंकि यहां के मौसम में ऑर्किड उगाना आसान काम नहीं है। मैरी जिस गार्डनिंग ग्रुप से जुड़ी हुई हैं, उसमें कोई ऑर्किड नहीं उगाता।
उन्होंने पिछले एक साल से ही ऑर्किड उगाना शुरू किया है। आज उनके गार्डन में 25-30 ऑर्किड की किस्में हैं, जिन्हें उन्होंने इंडोर और आउटडोर दोनों जगहों पर उगाया है।
उन्होंने बताया कि ऑर्किड उगाना एक महंगा शौक़ है क्योंकि- “इसे उगाने के लिए गमलों के साथ-साथ अच्छी क्वालिटी के पौधे खरीदने की जरूरत होती है। इसे उगाने में ज़्यादा पैसों के साथ ज़्यादा धैर्य की भी जरूरत पड़ती है।
गार्डनिंग करने के साथ-साथ वह लिखने की भी शौक़ीन हैं और अपने ब्लॉग के जरिए गार्डनिंग की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं।
आज वह हमें 10 आसान टिप्स बता रही हैं, जो ऑर्किड उगाने के लिए बेहद जरूरी हैं-
1. अपने गार्डन में ऑर्किड लगाने से पहले आप इसके बारे में पूरी जानकारी जरूर इकठ्ठा करें। आप जहां रहते हैं, वहां का मौसम किस तरह के फूल लगाने के लिए सही है, यह जानने के बाद ही पौधे लगाएं। जैसे वांडा ऑर्किड तेज गर्मी में नहीं लग सकते।
2. अपने घर में धूप के आधार पर गमले लगाने के लिए सही जगह तलाशें। ध्यान रखें कि सुबह और शाम की धूप पौधों को जरूर मिले।
3. पौधे के लिए सही पॉट चुनना भी बहुत जरूरी है। अगर आपके यहां गर्मी ज़्यादा पड़ती है तो ऐसे में टेराकोटा के गमले अच्छे होते हैं। इसके लिए हैंगिंग पॉट्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
4. ऑर्किड के पौधे के पॉटिंग मिक्स के लिए मिट्टी नहीं, बल्कि स्फैग्नम मॉस, पुराने ऑर्किड पौधे की छाल, कोको-चिप्स और कोयले की जरूरत होती है।
5. ऑर्किड के पौधे आप अपने पास की नर्सरी से लाकर लगा सकते हैं। इसे कटिंग से भी उगाया जा सकता है। अगर आप नर्सरी से पौधा ला रहे हैं, तो एक स्वस्थ ऑर्किड के पौधे का चयन करें। आप किसी अनुभवी नर्सरी वाले से ही इसके पौधे लीजिए।
6. इसके पौधे को पानी देने के बजाय, पानी का छिड़काव अच्छा काम करता है।
7. पौधे को हर दिन करीब से जरूर देखें कि इसमें कोई बिमारी या कीड़े तो नहीं लग रहे हैं।
8. ऑर्किड पर बेसफोलियर (Basfoliar Kelp) जैसे लिक्विड फ़र्टिलाइज़र ज़्यादा प्रभावी होते हैं। इनको आप हफ़्ते में दो बार स्प्रे करें।
9. जहां तक हो सके, जैविक खाद का ही प्रयोग करें।
10. इसके पौधे को ज़्यादा धूप और पानी की जरूरत नहीं होती, इसलिए ज़्यादा पानी डालने से बचें।
तो देर किस बात की? आप भी अपने पसंद के रंग वाले ऑर्किड के पौधे लाकर जरूर लगाएं।
हैप्पी गार्डनिंग!
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