किचन वेस्ट से इस तरह बनाएं पौधों के लिए 5 तरह की खाद

compost making

गाज़ियाबाद की गार्डनर मंजुश्री लाड़िया से सीखें पांच अलग-अलग किस्म की ऑर्गेनिक खाद बनाने का तरीका और जानिए इनके फ़ायदे।

पौधों के लिए जितने मिट्टी और पानी ज़रूरी हैं, उतनी ही ज़रूरी है कम्पोस्ट यानि खाद। घर पर बनने वाली ऑर्गेनिक खाद सस्ती और ज़्यादा असरदार होती है। 

लेकिन अगर आप भी मानते हैं कि कम्पोस्टिंग एक कठिन काम है, तो मिलिए गाज़ियाबाद की मंजुश्री लाड़िया से। यह एक नहीं, बल्कि कई अलग-अलग तरह की खाद घर पर ही बनाती हैं। उनकी इस मेहनत का ही नतीजा है कि उनकी बगिया हमेशा हरी-भरी रहती है।  

मंजुश्री की मानें तो हर तरह की खाद को बनाने का तरीका एक जैसा ही है, लेकिन उनके इस्तेमाल और फ़ायदे अलग-अलग हैं। इसलिए वह तीन-चार गमलों में अलग-अलग तरह की खाद बनाती हैं।  

चलिए उनसे जानें कि कौन सी खाद के क्या फ़ायदे हैं और इन्हें बनाते कैसे हैं-

कम्पोस्ट बनाने का सामान्य तरीका

Compost making
Compost making

खाद बनाने के लिए गमले या कम्पोस्ट बिन में सबसे नीचे पत्तों की लेयर बनाएं, उसके ऊपर कोकोपीट डालें।  फिर जिस भी सब्जी या फल के छिल्के की खाद बनानी है, उसे डाल दें। अब समय-समय पर इसमें छिल्के और कचरे मिलाते रहें। वहीं बीच-बीच में आप थोड़ा-थोड़ा कोकोपीट भी मिलाते रहें और अच्छी क्वालिटी वाली खाद के लिए इसमें ऊपर से गुड़ का पानी मिलाएं।

इस तरीके से खाद तैयार करने में आपको तीन महीने लगेंगे। 

1. लहसुन और प्याज़ के छिल्कों से कम्पोस्ट

मंजुश्री हमेशा लहसुन और प्याज़ के छिल्कों को अलग गमले में खाद बनाने के लिए रखती हैं। पौधों में पोटैसियम की ज़रूरत को पूरा करने के लिए यह खाद काफ़ी असरदार है। उनका कहना है कि यह खाद हर तरह की मिर्च के पौधों के लिए बेहद अच्छी होती है। इसे भी बनने में तीन महीने का समय आराम से लग जाता है। 

2. केले के छिल्के की खाद 

हालांकि केले के छिल्के को आप सामान्य कम्पोस्ट बिन में भी डाल सकते हैं, यह जल्दी ही खाद में बदल जाते हैं। लेकिन मंजुश्री बताती हैं कि अगर अलग से इसकी खाद बनाई जाए, तो और ज़्यादा फ़ायदे मिलते हैं। 

यह पोटाश से भरपूर है, इसलिए फलों और सब्जियों के पौधों के लिए यह सबसे अच्छी खाद है। सीज़नल फल-सब्जियों के अच्छे उत्पादन के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। 

3. चाय की पत्ती से बनी खाद

मंजू कहती हैं, “चाय की पत्ती की खाद किसी भी फूल के पौधे के लिए अमृत है, ख़ासकर गुलाब के लिए। अगर आपके फूलों के पौधे में बस पत्तियां ही हैं और फूल नहीं खिल रहे, तो यह खाद जादू की तरह काम करती है।”

आप पांच इंच के एक गमले में भी इसकी खाद तैयार कर सकते हैं। दूसरी किसी भी खाद की तरह इसे भी तैयार होने में तीन महीने लग जाते हैं। 

4. मौसम्बी और संतरे की खाद 

मौसम्बी और संतरे के छिल्के कम्पोस्ट होने में ज़्यादा समय लगाते हैं। इसलिए इसकी खाद अलग से बनाना अच्छा होता है। इससे बढ़िया लिक्विड खाद और बायो एंजाइम भी बनाया जा सकता है। खट्टे फल नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैसियम का अच्छा सोर्स होते हैं, इसलिए इनके छिलकों से बना कंपोस्ट पौधों की ग्रोथ के लिए बहुत बढ़िया होता है।  

5. मिक्स कम्पोस्ट 

इसके लिए मंजुश्री अपने किचन से डेली निकलने वाले सब्जियों के छिल्कों और साग वग़ैरह को कम्पोस्ट बिन में डालती हैं। लेकिन उन्होंने बताया कि इसमें आप घी, तेल, नमक यानी पकाई हुई चीज़ें नहीं डाल सकते। कच्ची सब्जियों का कचरा मिलाकर इस खाद को तैयार किया जाता है। यह खाद हर एक तरह के पौधे के लिए सही होती है। 

तो देखा आपने, आपकी गार्डनिंग की सभी समस्यायों के समाधान आपके घर में ही हैं। पौधों के हिसाब से अलग-अलग तरह की खाद बनाएं और अपनी बगिया को हरा-भरा रखें।  

हैप्पी गार्डनिंग!


संपादन- भावना श्रीवास्तव 

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