प्रतिष्ठित बाथवेयर कंपनी हिंदवेयर होम्स ने अपने सीएसआर प्रोग्राम के तहत “Build a Toilet, Build her Future” पहल को लॉन्च कर, पूरे भारत के लाखों स्कूली लड़कियों को एक नई उम्मीद देने का संकल्प किया है।
अभिषेक ने लू कैफे की शुरुआत, अपनी कंपनी एक्जोरा एफएम के तहत की है। जिसके जरिए, वह सार्वजनिक शौचालयों को नया रूप देने के साथ-साथ, इसके व्यवहार को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
जिस उम्र में बच्चों का ध्यान केवल और केवल खेलकूद और मनोरंजन में रहता है, ऐसी उम्र में झारखंड की इस बच्ची ने गुल्लक में पैसे इकट्ठा कर 10 शौचालय का निर्माण करा चुकीं हैं।
कर्नाटक के चामराजनगर जिले के होंगहल्ली गांव में सरकारी प्राथमिक स्कूल के हेडमास्टर बी महादेश्वर स्वामी का दिन साफ़- सफाई से शुरू होता है। स्कूल के शौचालय से लेकर कक्षाओं तक सफाई हेडमास्टर साहब खुद करते हैं। उनके प्रयासों से स्कूल में काफी बदलाव आया है।
लगभग 8 महीने पहले, छत्तीसगढ़ के सुरगुजा जिले की कलेक्टर ऋतू सैन ने अपना स्वच्छता अभियान शुरू किया था। ऋतू साल 2003-बैच की आइएएस अफसर हैं। जिले की राजधानी अंबिकापुर में घुसते ही उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया। लगभग 140, 000 लोगों की जनसंख्या वाला अंबिकापुर एक छोटा शहर है।
हरियाणा की गोदिकां पंचायत ने फैसला किया है कि जिस भी घर में शौचालय नहीं होगा वहां वे अपनी बेटियों की शादी नहीं करेंगें। अभिनेता अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर की फिल्म, टॉयलेट: एक प्रेम कथा से प्रभावित गांव के सरपंच धर्मपाल ने यह प्रस्ताव पारित किया।