हाल ही में, LinkedIn पोस्ट में, भावेश ने अपनी कहानी साझा की है। उन्होंने बताया कि एक बड़ी कंपनी में नौकरी हासिल करने के लिए उन्हें किस तरह के हालातों से गुजरना पड़ा। उनका यह LinkedIn पोस्ट काफी वायरल हो रहा है।
भोपाल, मध्य प्रदेश की रहने वाली एक सफल महिला किसान, प्रतिभा तिवारी ने, न सिर्फ किसानों को जैविक खेती से जोड़ा, बल्कि उनकी उपज खरीदकर अपनी फ़ूड कंपनी 'भूमिशा ऑर्गेनिक्स' की भी नींव रखी, जिससे वह लाखों कमा रही हैं।
ओडिशा के कालाहांडी जिले में संचरगाओं के रहने वाले किसान, कृष्ण चंद्र नाग अपने खेत में आम, केला और मौसमी सब्जियां उगाने के साथ-साथ मछली पालन और मुर्गी पालन भी कर रहे हैं, जिससे उनकी कमाई लाखों में हो रही है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में दादलू गाँव के रहने वाले हरबीर सिंह एक प्रगतिशील किसान हैं और अपने खेतों में एक हाई-टेक नर्सरी चला रहे हैं। अपनी नर्सरी में वह सब्जियों की पौध तैयार करते हैं, जो आज इटली तक भी पहुँच रहे हैं।
पंजाब के फाजिल्का में गांव ढिंगावाली के रहने वाले 60 वर्षीय किसान, सुरेंद्र पाल सिंह अनाज, दलहन, तिलहन और फलों के साथ-साथ, देसी कपास की भी जैविक खेती करते हैं। वह खुद अपने कपास की प्रोसेसिंग कर, इससे त्वचा के लिए उपयुक्त जैविक कपड़े भी बनवा रहे हैं।
अलीगढ़ के रहने वाले आमिर कुतुब, बहुत से सपने लेकर ऑस्ट्रेलिया पहुँचे थे। लेकिन वहाँ उन्हें आजीविका के लिए, एयरपोर्ट पर सफाई कर्मचारी और अखबार बाँटने का काम करना पड़ा। उन्होंने हार मानने की बजाय, दिन-रात मेहनत कर, अपनी खुद की कंपनी शुरू की। जिसका टर्नओवर आज 10 करोड़ रुपए है।