पुणे के रहने वाले शिवाजी कांबले, कर्ज में डूबे हुए थे। उनके पास इतने पैसे भी नहीं बचे थे कि वह अपने माता-पिता को ठीक से खाना खिला सकें। ऐसे में वह उन्हें किसी तीर्थ स्थल पर छोड़ने चले गए। इसी क्रम किसी ने उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। उसके बाद जो कुछ भी हुआ, उससे उनकी जिंदगी बदल गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को ट्विटर पर साँझा किया है हतिंदर सिंह ने। वीडियो पोस्ट करते हुए सिंह ने कैप्शन में दावा किया है कि मध्य प्रदेश की यह वृद्ध महिला एक कलेक्टर कार्यालय के सामने बैठती है, जो हिंदी टाइपिस्ट के रूप में काम करती है।