बिहार के आश्रय घर के बाद अब उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित आश्रय घर, माँ विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान से 24 लड़कियों को यौन शोषण से बचाया गया। इसमें कुल 42 लोग रहते थे। 18 लड़कियां अभी भी लापता हैं।
मुंबई में पुलिस सब-इंस्पेक्टर वाई.एस मुल्ला और डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) शिवदीप लांडे ने रविवार की रात वानखेड़े स्टेडियम के पास हुए एक एक्सीडेंट मे घायल दो लड़कियों को समय पर अस्पताल पहुंचाया। उस समय मुल्ला ऑफ-ड्यूटी थी।
कर्नाटक के कलबुर्गी के मकतमपुरा में स्थित एमपीएचएस सरकारी हाई स्कूल के क्लर्क बसवराज आज बहुत सी लड़कियों के लिए मसीहा बन गए हैं। वह गरीब लड़कियों को शिक्षा के लिए लिए साधन प्रदान कर उनका जीवन संवार रहे हैं। बसवराज की मदद से 45 लड़कियां शिक्षा प्राप्त कर पा रही हैं।
5 जुलाई को आदर्श श्रीवास्तव ने मुजफ्फरपुर-बांद्रा अवध एक्सप्रेस में यात्रा करते वक़्त अपने कोच में 26 लड़कियों के एक ग्रुप को सहमा हुआ और रोता हुआ देखा। आदर्श ने ट्विटर पर रेलवे प्रशासन व पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस की तीव्र प्रतिक्रिया के चलते इन लड़कियों को बचा लिया गया।