Powered by

Latest Stories

HomeTags List भारत

भारत

जतिंद्रनाथ दास: वह क्रांतिकारी जिसने देश की आज़ादी के लिए जेल में दे दी अपनी जान!

By निशा डागर

कोलकाता के एक साधारण बंगाली परिवार में 27 अक्टूबर 1904 को जन्मे जतिंद्रनाथ दास महज 16 साल की उम्र में ही देश की आजादी के आंदोलन में कूद गए थे। लाहौर षड्यंत्र केस में उन्हें भी भगत सिंह व बाकी साथियों के साथ पकड़ा गया। लाहौर जेल में भाख हड़ताल करते हुए 63वें दिन उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।

एक और दंगल : पिता ने देखा था ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना, आज बेटी ने किया पूरा!

By निशा डागर

16 वर्षीय भारतीय रेसलर सिमरन अहलावत ने हाल ही में हुए यूथ ओलंपिक में सिल्वर पदक जीतकर न केवल अपने पिता राजेश अहलावत का बल्कि पुरे देश का सिर गर्व से ऊँचा किया है। आज सिमरन भारत की दूसरी लड़की पहलवान है जिसने यूथ ओलंपिक में मेडल जीता है।

पीएचडी कर चुके इस युवक ने सोशल मिडिया के ज़रिये की देश के किसानों को जोड़ने की अनोखी पहल!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के सांगली जिले में अष्टा गाँव के डॉ अंकुश चोरमुले अपनी पहल 'होय आम्ही शेतकरी' के जरिये लाखों किसानों से जुड़कर उनकी मदद कर रहे हैं। वे व्हाट्सअप ग्रुप और फेसबुक पेज के माध्यम से किसानों के लिए लाइव विडियो करते हैं। उन्होंने फसलों के लिए हानिकारक फॉल आर्मी वॉर्म पर अपनी रिपोर्ट दी है।

इस स्वतंत्रता सेनानी के प्रयासों के कारण बना था काकोरी शहीद स्मारक!

By निशा डागर

भारतीय स्वतंत्रता सेनानी रामकृष्ण खत्री का जन्म वर्तमान महाराष्ट्र के जिला बरार के चिखली गाँव में 3 मार्च 1902 को हुआ था। उन्हें 'हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन' संगठन का दायित्व सौंपा गया। काकोरी कांड में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 18 अक्टूबर 1996 को उनका देहांत लखनऊ में हुआ।

भगिनी निवेदिता: वह विदेशी महिला जिसने अपना जीवन भारत को अर्पित कर दिया!

By निशा डागर

भगिनी निवेदिता का भारत से परिचय स्वामी विवेकानन्द के जरिए हुआ था। 28 अक्टूबर, 1867 को जन्मीं निवेदिता का वास्तविक नाम 'मार्गरेट एलिजाबेथ नोबल' था। एक अंग्रेजी-आइरिश सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, शिक्षक एवं स्वामी विवेकानन्द की शिष्या- मार्गरेट ने 30 साल की उम्र में भारत को ही अपना घर बना लिया।

अजीत डोभाल: भारत का वह पहला आईपीएस अफ़सर जिसे मिला था कीर्ति चक्र!

By निशा डागर

केरल कैडर में 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी और आईबी के पूर्व अध्यक्ष रहे अजीत कुमार डोभाल, जो कि वर्तमान में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं, उन्हें वर्तमान सरकार ने स्ट्रेटजिक पुलिस ग्रुप के प्रमुख अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। इसके बाद वे देश के सबसे ताकतवर अधिकारी बन गये हैं।

जेरेमी लालरिनुंगा: यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला भारतीय एथलीट!

By निशा डागर

मिज़ोरम के आइज़ोल से ताल्लुक रखने वाले 15 वर्षीय जेरेमी लालरिनुंगा ने अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में चल रहे यूथ ओलंपिक के दौरान 62 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग केटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है। इसी के साथ जेरेमी यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गये हैं।

आईये भगत सिंह की डायरी के कुछ पन्ने उलटकर देखें, एक क्रांतिकारी के भीतर बसे कवि से कुछ सीखें!

By निशा डागर

28 सितम्बर 1907 को पंजाब के लायलपुर (अब पाकिस्तान में) गाँव में पैदा हुए भगत सिंह को को अन्य स्वतंत्रता सेनानियों जैसे राजगुरु और सुखदेव के साथ लाहौर साजिश के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी। किताब 'द जेल नोटबुक एंड अदर राइटिंग्स' में भगत सिंह द्वारा लिखी गयी कवितायों और बातों के बारे में लिखा गया है।

अपनी भाभी के सती होने से आहत, राम मोहन राय बन गए आधुनिक भारत के निर्माता!

By निशा डागर

22 मई, 1772 को जन्में राजा राम मोहन राय एक महान विचारक व समाज सुधारक थे। पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखने वाले राय को भारतीय पत्रकारिता शुरू करने के लिए भी जाना जाता है। उनके प्रयासों ने ही उस समय सती प्रथा पर रोक लगवाई थी। इसके अलावा उन्होंने भारतीय शिक्षा के क्षेत्र में भी योगदान दिया।

श्रद्धांजलि : भारत के लिए चार युद्धों में जान लड़ा देने वाले एयर मार्शल रणधीर सिंह!

By निशा डागर

एयर मार्शल रणधीर सिंह, भारतीय वायु सेना के सबसे पुराने अधिकारीयों में से एक थे। हाल ही में उनका निधन हुआ। भारतीय वायु सेना का वह अधिकारी जिसने द्वितीय विश्व युद्ध, 1948 के पहले कश्मीर युद्ध, 1962 का भारत-चीन युद्ध और भारत पाकिस्तान के बीच 1965 और 1971 के युद्ध में महत्वपूर्ण योगदान दिया।