उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में 140 एकड़ में फैले अपने 'जिलिंग एस्टेट' की देखभाल के लिए 78 वर्षीय स्टीव लाल, भारतीय वायु सेना की नौकरी छोड़ कर वापस आ गए थे और तब से वह यहां पर लगाए अपने बाग, जंगल और जीव-जंतुओं की देखभाल कर रहे हैं।
रौफ़ तुरंत तैरकर किनारे पर आ गये थे, लेकिन जब उन्होंने देखा कि बाकी पर्यटक अपनी ज़िंदगी बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो उन्होंने फिर एक बार नदी में छलांग लगा दी।
28 दिसंबर 2018 को सिक्किम में भारी बर्फबारी के चलते लगभग 2, 500 टूरिस्ट नाथू ला और 17 मील क्षेत्र में फंस गये थे। ऐसे में भारतीय सेना के जवानों ने सभी को बचाने के लिए राहत बचाव कार्य शुरू किया। सैनिकों ने ना सिर्फ़ इन यात्रियों को बचाया बल्कि इन सभी के रहने और खाने-पीने का भी इंतजाम किया।