Powered by

Latest Stories

HomeTags List गुरुग्राम

गुरुग्राम

3960 मीटर बेकार सीट बेल्ट से खड़ा किया बिज़नेस, लाखों में हो रही कमाई

By निशा डागर

गुरुग्राम के गौतम मलिक ने 2015 में अपनी माँ, डॉ. ऊषा मलिक और अपनी पत्नी भावना डन्डोना के साथ मिलकर 'जैगरी बैग्स' की शुरूआत की। वे पुरानी-बेकार सीट बेल्ट और कार्गो बेल्ट को अपसायकल करके, खूबसूरत और टिकाऊ बैग बना रहे हैं।

9वीं की छात्रा ने शुरू किया सेफ्टी किट बिज़नेस, 3 महीने में एक लाख से ऊपर पहुंचा टर्नओवर

By निशा डागर

गुरुग्राम में रहने वाली 14 वर्षीया सिमरन सिंह ने फरवरी 2021 में अपने स्टार्टअप 'सेफली नोमेडिक' (Safely Nomadic) की शुरुआत की, जिसके जरिए वह महिलाओं और बच्चों के लिए ट्रैवेलिंग किट तैयार कर ग्राहकों तक पहुँचा रही हैं।

जॉब गई तो माँ के साथ शुरू किया ‘Bengali Love Cafe’, दो लाख है हर महीने की कमाई

By पूजा दास

जॉब जाने पर, गुरुग्राम की साक्षी गुहा ने अपनी माँ, दीपा गुहा के साथ मिलकर, ‘Bengali Love Cafe' शुरू किया। यहाँ आपको घर का बना, बेहद लज़ीज़ बंगाली खाना मिलेगा, जिसे आप ज़ोमैटो, स्विगी, मैजिक पिन, इंडिया मार्ट, बे, फटाफट जैसे ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी ऑर्डर कर सकते हैं।

मेट्रो शहर छोड़, पहाड़ों में बसा यह दंपति, खर्च हुआ कम और जीवन बना बेहतर

By निशा डागर

लवप्रीत और उनकी पत्नी, प्रीति गुरुग्राम की भागदौड़ भरी जिंदगी को छोड़, उत्तराखंड के रामगढ़ में बस गए। जहां वह खेती करते हुए एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी रहे हैं तथा अपने अनुभव को, अपने यूट्यब चैनल ‘पंजाबी ट्रेकर’ के जरिए लोगों से साझा कर रहे हैं।

टीचर ने बनाया अनोखा स्कूल, जहाँ बच्चों को मिलती है मुफ्त शिक्षा और अभिभावकों को रोज़गार!

शालिनी का मानना है कि जब तक मौलिक जरूरतें पूरी नहीं होंगी, तब तक बच्चे शिक्षा का महत्व नहीं समझेंगे।

गुरुग्राम: पिता ने किडनैपर्स का पीछा कर बचाया बेटी को, आरोपियों को भेजा जेल!

By निशा डागर

हरियाणा के गुरुग्राम में एक दसवीं कक्षा की लड़की अपनी सहेली के घर से अपने पिता के साथ वापिस लौट रही थी। तभी दो लोगों ने उसे खींचकर कार में डाल लिया। लेकिन यहां पर इस लड़की ने पिता ने सूझ-बुझ से काम लिया और तुरंत अपनी बाइक पर कार का पीछा किया। उन्होंने अपनी बेटी को बचाया और शिकायत दर्ज करायी।

इस सॉफ्टवेयर की मदद से गरीब बच्चों को वापिस स्कूल से जोड़ रही हैं कैप्टेन इंद्राणी सिंह!

By निशा डागर

कैप्टेन इंद्राणी सिंह ने साल 1996 में हरियाणा के गुडगांव में लिटरेसी इंडिया एनजीओ शुरू किया। लिटरेसी इंडिया का मुख्य केंद्र आज गुरुग्राम के बजघेड़ा गाँव में है। इस एनजीओ का उद्देश्य गरीब बच्चों की शिक्षा की दिशा में काम करना था। इसके लिए उन्होंने ज्ञानतंत्र डिजिटल दोस्त उद्भव सोफ्टवेयर बनवाया है।

पाँच साल बाद रिंग में उतरी, दो बच्चो की माँ 'चेतना सैनी' बनी हरियाणा की बॉक्सिंग चैंपियन!

By निशा डागर

हरियाणा की चेतना सैनी ने अपनी शादी के पांच साल बाद फिर से बॉक्सिंग शुरू की है। हाल ही में उन्होंने जिला स्तर की प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता। उनके दो बच्चे भी हैं। लेकिन अपने परिवार की मदद से वे अपना सपना पूरा कर रही हैं। अब उनकी तैयारी नेशनल टूर्नामेंट खेलने की है।

हरियाणा: उत्सव व समारोह के लिए लोगों को मुफ्त स्टील के बर्तन उपलब्ध करा रहा है 'क्रॉकरी बैंक'!

By निशा डागर

हरियाणा के गुरुग्राम निवासी समीरा सतीजा ने 'क्रॉकरी बैंक' की एक बहुत अनोखी पहल शुरू की है। यह अनूठा बैंक लोगों को उत्सवों व समारोह के लिए स्टील के बर्तन उधार देता है और वह भी बिना किसी पैसे के। वे कंपट्रोलर एंड ऑडिट जनरल ऑफ़ इंडिया के ऑडिट विभाग में काम करती हैं।

परिस्थिति के आगे घुटने न टेक, संपन्न और शिक्षित उर्वशी ने खोला छोले कुलचे का ठेला!

उर्वशी ने कल्पना भी नहीं की थी कि एक फेसबुक पोस्ट उनके जीवन को बदल देगा |इनकी कहानी फेसबुक पर छा गयी और जल्दी ही इनके ठेले पर पूरे गुड गाँव से लोग आने लगे |