मुंबई में रहने वाले डॉ. मार्कस राणे और उनकी पत्नी, डॉ. रायना राणे की पहल 'Meds For More' के अंतर्गत बहुत से लोग, अपने घरों में बची हुई दवाइयों को जरूरतमंदों की मदद के लिए दान कर रहे हैं। ये दवाइयां सभी मरीजों को मुफ्त में दी जा रही हैं।
मध्य-प्रदेश में धार के रहने वाले इंजीनियर अज़ीज़ खान ने बाइक से चलने वाली एक किफायती एम्बुलेंस बनाई है, जिसमें एक समय पर एक मरीज आराम से लेटकर अस्पताल पहुँच सकता है। इसमें बेसिक दवाइयों, IV ड्रिप के साथ ऑक्सीजन सिलिंडर की भी सुविधा है।
महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के IAS ऑफिसर डॉ. राजेंद्र भारूड़ ने कोरोना की दूसरी लहर के बीच पर्याप्त ऑक्सीजन सप्लाई, बेड, एक नियोजित टीकाकरण अभियान और व्यवस्थित तैयारी के साथ, जिले को बचाये रखने में कामयाबी हासिल की है।
कोविड-19 से बचने के लिए, या ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए, व्हाट्सएप पर कई तरह के घरेलू नुस्खें फॉरवर्ड किये जा रहे हैं। पर, क्या ये वाकई कारगर हैं? जानिए डॉक्टर की राय।
लक्जमबर्ग की चिकित्सा उपकरण निर्माता कंपनी ‘बी मेडिकल सिस्टम’ ने अब तक, 140 देशों को भंडारण और परिवहन प्रौद्योगिकी की आपूर्ति सुनिश्चित की है और फिलहाल, भारत में भी अपना काम शुरू करने की तैयारी कर रही है।
"ज्यादातर लोगों के लिए, अहम सवाल यह है कि अगर वे बाहर नहीं निकलते हैं, तो खाने के लिए राशन और महत्वपूर्ण दवा कहां से आएगी? हम उनकी ये समस्या दूर करना चाहते हैं।" - शिशिर जोशी