गुजरात के देवपुरा गाँव में रहने वाले चिंतन शाह MBA कर चुके हैं पर आज वह अपने खेत में केले, हल्दी, अदरक, सब्ज़ियाँ और गेहूं जैसी फसलें उगाकर लाखों कमा रहे हैं।
दत्ता राम ने सोचा था कि इस साल की फसल के पैसों को वह ट्रैक्टर खरीदने के लिए लगाएंगे। लेकिन अपने गाँव के गरीब मजदूरों की स्थिति उनसे देखी नहीं गई और उन्होंने उनकी मदद करने की ठानी!