पेशे से आर्किटेक्ट दिल्ली की 27 वर्षीया निहारिका अरोरा बचपन से ही अपने दादा-दादी से बॉर्डर पार के किस्से-कहानियां सुनती आ रही हैं। इसलिए पढ़ाई के बाद, देश की सरहदों को करीब से जानने के लिए वह एक अनोखे सफर पर हैं और ढेरों अनसुनी कहानियों को समटते हुए आगे बढ़ रही हैं।