तमिलनाडु के, के. शंकर और सेंथिल शंकर प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल करके जैकेट, ब्लेज़र, टी-शर्ट और बॉटम्स बना रहे हैं। इससे वे रोजाना प्लास्टिक की करीब 15 लाख बोतलों को लैंडफिल में जाने से भी बचा रहे हैं।
महाराष्ट्र के बीड के रहनेवाले किसान के बेटे वैभव तिड़के ने उपज को बर्बाद होने से बचाने और शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए बनाया सोलर ड्रायर और खड़ा कर दिया करोड़ों का बिज़नेस।