क्या आपको गुजरात पुलिस की कॉन्स्टेबल वर्षा परमार याद हैं? हां, वही वर्षा जिन्होंने कुछ समय पहले कच्छ के रेगिस्तान में हीट स्ट्रोक से बेहोश हुई महिला को पांच किलोमीटर तक अपने कंधे पर लाद सुरक्षित जगह तक पहुंचाया था। पढ़ें उनके संघर्षों से भरी जीवन की कहानी।