ICMR के अनुसार, COVID-19 से ग्रस्त मरीज़ों में से लगभग 5% को बहुत ज्यादा देखभाल की ज़रूरत होगी और इसे देखते हुए देश की कुछ मेडिकल-टेक्नोलॉजी कंपनियां दिन-रात काम कर रहीं हैं।
समीर मदद के आए युवाओं से किसी प्रकार का कोई अग्रीमेंट साइन नहीं करवाते। वह सिटीजन और ह्यूमन वेलफेयर की सोच के साथ कार्य करते हैं और शायद इसलिए उनके मार्गदर्शन में सारे 8 स्टार्टअप्स सफल रहे हैं।