केरल के एर्नाकुलम में रहने वाले विनय कुमार बालाकृष्णन ने सीएसआईआर- नैशनल इंस्टिट्यूट फॉर इंटरडिसिप्लिनरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी (NIIST) के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर गेहूं के चोकर से बायोडिग्रेडेबल सिंगल यूज क्रॉकरी बनाई है।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रहने वाले 29 वर्षीय मिलिंद राज को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने 'ड्रोन मैन ऑफ़ इंडिया' का नाम दिया था। उन्होंने अब तक कई ड्रोन और रोबॉट बनाये हैं।
'पूसा फार्म सनफ्रिज' को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के कृषि इंजीनियरिंग विभाग की प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. संगीता चोपड़ा और उनकी टीम ने अमेरिका की मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर बनाया है। इस कोल्ड स्टोरेज सुविधा को किसानों के लिए खेतों, मंडियों या बाज़ारों में भी बनाया जा सकता है।
केरल के कोल्लम जिले में कोट्टाराकरा के रहने वाले 41 वर्षीय डॉ. हरि मुरलीधरन, पिछले 10 सालों से अपने खेत में लगभग 800 विदेशी प्रजातियों के फलों के पेड़-पौधे उगा रहे हैं। जिनमें सॉनकोय, अलामा, यूगु, बिगनेय आदि शामिल हैं।