Powered by

Latest Stories

HomeTags List Sanitation

Sanitation

लाखों की नौकरी छोड़, किया सैनिटरी पैड बनाने का काम, आदिवासी महिलाओं को दिया सम्मानित जीवन

रांची के रहने वाले वन्या वत्सल और गुंजन गौरव ने अपनी नौकरी छोड़, सेनेटरी पैड बनाने का बिजनेस शुरू किया। इसके तहत उनका उद्देश्य वंचित महिलाओं को एक सम्मानित जीवन और रोजगार का बेहतर साधन देना है।

एक कप चाय से भी कम कीमत में सैनिटरी नैपकिन बना, हज़ारों महिलाओं को दी सुरक्षा और रोज़गार

समाज में माहवारी को लेकर हमेशा ही एक दकियानूसी सोच रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश के रहने वाले महेश खंडेलवाल ने देश के गरीब महिलाओं के लिए न सिर्फ सस्ता और पर्यावरण के अनुकूल सेनिटरी नैपकिन बनाने का जिम्मा उठाया, बल्कि आर्थिक सबलता प्रदान करने के लिए उन्हें तकनीकी रूप से सक्षम भी बना रहे हैं।

मिट्टी से वॉटर प्यूरीफायर, फाइबरग्लास वेस्ट से टॉयलेट, एक शख्स ने बदली गाँवों की तस्वीर!

By निशा डागर

लगभग 2000 गाँवों की यात्रा कर चुके चंद्रशेखरन ने गौर किया कि इन सभी गाँवों में दो समस्याएं थीं - पहली, पीने योग्य पानी की कमी, और दूसरी, शौचालय!