रांची के रहने वाले वन्या वत्सल और गुंजन गौरव ने अपनी नौकरी छोड़, सेनेटरी पैड बनाने का बिजनेस शुरू किया। इसके तहत उनका उद्देश्य वंचित महिलाओं को एक सम्मानित जीवन और रोजगार का बेहतर साधन देना है।
इयरबड्स, ड्रेन डी-क्लॉगर, फेस स्क्रब और भी बहुत कुछ - आइये जानते हैं कि मैं इन सामानों को अपनी शॉपिंग लिस्ट में शामिल क्यों नहीं करती हूं। इससे मेरा महीने का काफी खर्च बच जाता है। #LiveGreen
फ़िलहाल, भारत में 30 से भी ज्यादा आनंदी पैड्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं जो 12 अलग-अलग राज्यों में फैली हैं। इन सभी यूनिट्स को महिलाओं द्वारा ही चलाया जा रहा है!