कोलकाता में रहने वाले 70 वर्षीय अरूप सेनगुप्ता पिछले 4 सालो से 'नोतून जीबोन' नाम से अपना संगठन चला रहे हैं। इसके ज़रिए वह सेक्स वर्कर्स के बच्चों और घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए काम कर रहे हैं!
उन्हें कई बार जान से मारे जाने की धमकियां मिलीं, लेकिन वह पीछे नहीं हटीं। आज उनकी मृत्यु के लगभग 5 साल बाद भी द बेटर इंडिया उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है!