कौवा है, घड़ा है, कंकड़ है, पानी है शनिवार की चायBy मनीष गुप्ता04 May 2019 17:50 IST* 'धूप में घोड़े पर बहस' यह केदारनाथ सिंह की एक प्रसिद्ध कविता है. आज शनिवार की चाय में यह कविता आपके लिए प्रस्तुत कर रहे हैं राष्ट्रीय पुरुस्कार विजेता फिल्मकार / अभिनेता रजत कपूर :Read More