बेंगलुरु से 75 किलोमीटर दूर स्थित खूबसूरत ढेंकनी फार्मस्टे, प्रकृति के बीच समय बिताने के लिए बेहतरीन जगह है। इस दो मंज़िला नेचुरल व ईको-फ्रेंडली कॉटेज को लड़की और स्थानीय पत्थरों से बनाया गया है।
पंजाब के फाजिल्का में गांव ढिंगावाली के रहने वाले 60 वर्षीय किसान, सुरेंद्र पाल सिंह अनाज, दलहन, तिलहन और फलों के साथ-साथ, देसी कपास की भी जैविक खेती करते हैं। वह खुद अपने कपास की प्रोसेसिंग कर, इससे त्वचा के लिए उपयुक्त जैविक कपड़े भी बनवा रहे हैं।