5000+ बच्चों के लिए विज्ञान को मजेदार बना रहा है मैसूर का यह 'आश्रम'!कर्नाटकBy निशा डागर27 Mar 2020 17:19 ISTध्रुव और रोहन का बचपन पढ़ाई के साथ-साथ रोहन के दादाजी के गैराज में भी बीता। जहां वे दोनों पुरानी चीजों को नया रूप देते थे और वहीं से उन्हें आने वाली पीढ़ी के लिए यह 'आश्रम' शुरू करने की प्रेरणा मिली!Read More
एक सब्ज़ी, चाहो तो खा लो, चाहो तो सजा लो! बूझो क्या?प्रेरक महिलाएंBy निशा डागर13 Jan 2020 13:05 ISTसीमा प्रसाद ने अब तक 68 ग्रामीण महिलाओं को इस सब्ज़ी से क्राफ्ट बनाने की मुफ्त ट्रेनिंग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है!Read More