“जब मैंने मोगरा विक्रताओं को सोनचाफा के बारे में बताया, तो इससे पहले न तो उन्होंने इसके बारे में सुना था और न ही ऐसा कोई फूल देखा था। इसलिए मैं मुफ़्त में ही कई हफ़्तों तक उन्हें यह फूल देता रहा।" - रॉबर्ट डीब्रिटो
साल 2005 में मुंबई में आई बाढ़ में वे फंस गए थे और उनकी गर्दन तक पानी था। उस स्थिति में उन्हें बस एक मदद की उम्मीद थी कि कोई उन्हें वहां से बाहर निकाले।