"कालनिर्णय दीजिए, कालनिर्णय लीजिए" याद है? अब जानिए इस कैलेंडर का रोचक इतिहासइतिहास के पन्नों सेBy पूजा दास27 Apr 2021 19:21 ISTजयंतराव सलगांवकर ने 70 के दशक में ‘कालनिर्णय’ कैलेंडर की शुरुआत की थी। आज यह नौ भाषाओं (मराठी, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, तमिल और तेलुगु) में उपलब्ध हैं। आईए जानते हैं कालनिर्णय के अस्तित्व में आने की दिलचस्प कहानी।Read More
मुंबई के बीचों-बीच शहरवासी उगा रहे हैं जैविक सब्जियां, घर के कचरे से बनाते हैं खाद!खेतीBy निधि निहार दत्ता25 Apr 2020 17:27 ISTखीरा, मिर्च, पपीता से लेकर केला तक, मात्र 800 स्क्वायर फीट में 200 पेड़-पौधे उगा रहे हैं बांद्रा निवासी।Read More