"जब मैंने अपना उद्यम शुरू करने का फैसला किया, तो बहुत से लोगों ने मुझे हतोत्साहित किया और उनका मानना था कि बैंक जैसी एक स्थिर नौकरी छोड़ना पागलपन है।" #WomenEntrepreneurs
डॉ. ध्रुव कक्क्ड़ एक अच्छे अस्पताल में कार्यरत थे और डॉ. प्रियांजलि उनके यहां इंटर्नशिप कर रही थीं। वे चाहते तो बड़े अस्पतालों में काम करते हुए आराम की ज़िंदगी गुजारते। लेकिन उनका जूनून स्वास्थ्य सुविधाओं को घर-घर तक पहुँचाना है!