झारखंड के 2.46 लाख सखी मंडल से करीब 32 लाख ग्रामीण महिलाएं जुड़ी है, इस शानदार नेटवर्क का उपयोग जिला प्रशासन एवं सरकार के द्वारा दूरस्थ इलाकों तक सामाजिक दूरी, व्यक्तिगत स्वच्छता समेत अन्य जागरुकता संदेश के प्रसार के लिए भी किया जा रहा है ताकि स्थानीय समुदाय तक सही सूचनाएं पहुंच सके।
जिला अधिकारी प्रीति नायक ने एक ओर, सेंट्रल जेल के कैदियों और महिला स्वयं- सहायता समूह से मास्क बनवाएं हैं। वहीं दूसरी ओर, उन्होंने एक स्थानीय डिस्टिलरी से CSR के तहत मुफ्त में सैनीटाइज़र बनवाया है!
जहाँ सुरेंद्र और उनकी टोली लोगों के पास जाकर कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क का वितरण कर रही है, वही उनकी पत्नी, आशा दिन-रात सिलाई मशीन पर मास्क बनाने का कार्य करतीं हैं।