गुजरात के मोरबी जिला जिले के जबलपुर गाँव के रहने वाले किसान मगन कामरिया के लिए परंपरागत खेती से अपना घर चलाना तक मुश्किल हो गया था, लेकिन आज वह अमरूद की खेती कर सफलता की एक नई इबारत रच रहे हैं।
ओडिशा के रेसिंगा गाँव के रहने वाले दिलीप बराल पहले पराली को खेतों में ही जला देते थे, लेकिन अब वह इससे आलू की खेती कर, बड़े पैमाने पर पानी और पैसों की बचत कर रहे हैं।
गीताराम, महाराष्ट्र के पुणे जिला के न्हावरे गाँव के रहने वाले हैं। उन्होंने खुद से विंडमिल और सोलर प्लांट विकसित कर, अपने गाँव को भीषण बिजली संकट से उबारा।