कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन 4 मई तक बढ़ाए जाने के साथ, देश भर के किसानों और ग्राहकों, दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में सीधा खेतों से घरों तक सब्जियां पहुंचाने का मॉडल एक बेहतर समाधान हो सकता है।
राजकिरण ने अलग-अलग विषयों पर शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जैसे मोबाइल से वीडियो कैसे बनाएं, एनिमेटेड पीपीटी कैसे बनाएं, गूगल ड्राइव का इस्तेमाल कैसे करें, हाइपरलिंक, जिफ फाइल, स्मार्ट पीडीऍफ़ का उचित उपयोग आदि शामिल हैं!
इंदौर के राजेंद्र सिंह अपनी सोसाइटी के आस-पास घुमने वाले जानवरों का ख्याल रख रहे हैं तो वहीं बंगलुरु के प्रवीण कुमार हर दिन लगभग 150 जानवरों को खाना खिला रहे हैं। इस मुश्किल घड़ी में भी इंसानियत की ऐसी मिसालें वाकई एक बेहतर कल की उम्मीद जगाती है!
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में श्रमिक दूसरे जिले से परिवार के साथ काम करने आए थे। इनका राशन खत्म हो गया था और छोटे-छोटे बच्चे बीमार थे। इस बीच इनको समझ नहीं आ रहा था कि कहाँ जाए और क्या करें?
दत्ता राम ने सोचा था कि इस साल की फसल के पैसों को वह ट्रैक्टर खरीदने के लिए लगाएंगे। लेकिन अपने गाँव के गरीब मजदूरों की स्थिति उनसे देखी नहीं गई और उन्होंने उनकी मदद करने की ठानी!
वर्तमान में, पूरे देश में लॉकडाउन है और ऐसे में अगर पैसे निकालना या जमा करना आपके लिए एक चुनौती बन रही है, तो आप इस होम-डिलीवरी सेवा का विकल्प चुन सकते हैं।