हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में दादलू गाँव के रहने वाले हरबीर सिंह एक प्रगतिशील किसान हैं और अपने खेतों में एक हाई-टेक नर्सरी चला रहे हैं। अपनी नर्सरी में वह सब्जियों की पौध तैयार करते हैं, जो आज इटली तक भी पहुँच रहे हैं।
चंडीगढ़ के एग्री-टेक स्टार्टअप ‘Harvesting’ के फाउंडर और CEO, रुचित गर्ग के ट्विटर हैंडल ‘Harvesting Farmer Network’ के द्वारा करोना महामारी के दौरान, भारत के 23 लाख किसानों को 168 करोड़ रूपये से ज्यादा लागत की फसल की उपज बेचने में मदद मिली।
लातूर, महाराष्ट्र के किसान मकबूल शेख ने पुरानी बुलेट मोटरसाइकिल का इस्तेमाल करके 10 एचपी बुलेट ट्रैक्टर का आविष्कार किया है और अब तक 140 किसान उनसे यह ट्रैक्टर खरीद चुके हैं।
तेलांगना के सूर्यापेट जिले में रहने वाले 17 वर्षीय अशोक गोर्रे ने पुरानी और बेकार चीजों का इस्तेमाल करके एक 4 इन 1 मल्टी-पर्पस टूल बनाया है जो धान, कपास और मिर्च की खेती में काम आता है!
पिछले 15 सालों से किसानी कर रहे नवीन कृष्णन खेती के साथ-साथ पर्यावरण और जंगली जानवरों को भी बचा रहे हैं। उन्होंने अब तक 700 साँपों का बचाव किया है और लगभग 50 हज़ार से भी ज्यादा पेड़ लगाए हैं!