सीवी राजू ने कई प्रयोग करके पेड़-पौधों से मिलने वाले प्राकृतिक रंग को सहेजने की तकनीक बनाई, ताकि लकड़ी के खिलौने बनाने की GI Tagged Etikoppaka Toys की सैकड़ों सालों पुरानी कला को सहेजा जा सके।
पहले किसानों को उनकी ताजा मिर्च का 50 रुपये प्रति किलो तो सूखी मिर्च का 150 रुपये प्रति किलो दाम मिलता था, लेकिन इसी मिर्च के पाउडर का दाम उन्हें 700 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।
68 वर्षीय महेश चूरी के इस ब्रांड की फ्रेंचाइजी लेने के लिए कतार लगी है लेकिन महेश के लिए ज़्यादा महत्वपूर्ण है किसानों को अतिरिक्त आय का साधन और आदिवासी महिलाओं को रोज़गार देना।