बरसात का मौसम पेड़-पौधे लगाने के लिए सबसे अच्छा होता है लेकिन अपने साथ यह काफी परेशानियां भी लेकर आता है। एक्सपर्ट से जानिए इनसे अपने पौधों को बचाने के उपाय।
28 वर्षीया ज्योति ने 8 महीनों में लगभग 45 किलोग्राम सब्ज़ियाँ अनाथ-आश्रमों को पहुंचाई हैं। लॉकडाउन के दौरान भी उन्होंने बहुत से ज़रूरतमंदों को अपनी उगाई हुई सब्जियाँ बांटी!
राखी मित्तल के मुताबिक, घर के गीले कचरे से बनी खाद पेड़-पौधों के लिए सबसे उत्तम होती है। यह पोषण से भरपूर, उच्च गुणवत्ता वाली होती है। इसलिए ही इसे 'काला सोना' कहा जाता है!