उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के निचलौल के रहने वाले वृद्धि चन्द्र मौर्य की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी, लेकिन नर्सरी के बिजनेस से आज वह काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
मंजू हरि केरल के पठानमथिट्टा की रहने वाली हैं। लॉकडाउन के दौरान उनके पति की नौकरी चली गई। इसके बाद, मंजू को अपने छोटे से बगीचे से एक नई उम्मीद मिली। जहाँ वह Moss Rose की खेती करती हैं। आज उनके पौधों की माँग पूरे देश में है।
उत्तर प्रदेश के बरेली में रहने वाली मंजू लता मौर्य पिछले दो दशक से अधिक समय से टैरेस गार्डनिंग कर रही हैं। आज उनके बगीचे में सैकड़ों फूल और सजावटी पौधे होने के साथ-साथ कई बोनसाई पेड़ भी हैं।
विजय अपने घर में ड्रमों, टायरों और अन्य बेकार सामानों से निर्मित 150 से अधिक गमलों में आम, अनार, संतरा, किन्नू, जैसे फलों के साथ-साथ गाजर, मूली, धनिया, गोभी जैसे कई सब्जियों की भी खेती करते हैं।