हरियाणा के हिसार के रहने वाले गुरसौरभ सिंह ने एक बेहद अनोखा आविष्कार किया है। उन्होंने एक ऐसी किट बनाई है जिसकी मदद से केवल 20 मिनट में किसी भी साइकिल को इलेक्ट्रिक वाहन में बदला जा सकता है।
इंदौर के अमन पोरवाल अपने स्टार्टअप ‘मॉम्सकार्ट’ के ज़रिए देशभर की हज़ारों महिलाओं को घर बैठे अपने प्रोडक्ट्स देशभर तक पहुँचाने का प्लेटफॉर्म दे रहे हैं।
सुल्तानपुर के आनंद पांडेय एक इंजीनियर, आविष्कारक और उद्यमी है। उन्होंने ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन मॉडल, बैग कम चेयर और लड्डू बनाने वाली मशीन जैसे कई आविष्कार किए हैं।
राजस्थान के मुकेश कुमार ने सरकारी नौकरी छोड़कर, एलोवेरा, अश्वगंधा हर्बल जैसी फसलों के हर्बल उत्पाद का बिज़नेस शुरु किया था और आज उनकी कमाई करोड़ों में है।
दिल्ली में पली-बढ़ी, श्री सिस्टर्स- तरु श्री, अक्षया श्री और ध्वनि श्री, साथ मिलकर 'Silpakarman' नामक ब्रांड चला रही हैं, जिसके अंतर्गत वह बांस के बने मग, कप, फ्लास्क, डेकॉर और फर्नीचर आदि के साथ अब Bamboo Tea भी बना रही हैं।
गुरुग्राम में रहने वाली 14 वर्षीया सिमरन सिंह ने फरवरी 2021 में अपने स्टार्टअप 'सेफली नोमेडिक' (Safely Nomadic) की शुरुआत की, जिसके जरिए वह महिलाओं और बच्चों के लिए ट्रैवेलिंग किट तैयार कर ग्राहकों तक पहुँचा रही हैं।
वाराणसी की शिखा शाह, पुरानी-बेकार चीजों से नयी और खूबसूरत चीजें बनाकर scrap business, Scrapshala चला रही हैं,, जिससे उनकी हर साल, 10 लाख रुपये की आमदनी हो रही है।
लखनऊ, उत्तर-प्रदेश में रहने वाले 29 वर्षीय ओम प्रकाश प्रजापति, सिविल इंजीनियर के तौर पर बनारस में नौकरी कर रहे थे। लेकिन, लॉकडाउन में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर अपना स्टार्टअप, 'लखनऊ कबाड़ीवाला' शुरू किया।