गाँव से 5 किमी दूर पैदल जाया करते थे पढ़ने, अब अमेरिका में बने नामी वैज्ञानिक!प्रेरक किसानBy मोईनुद्दीन चिश्ती03 Aug 2019 15:10 IST''मैंने भारत सरकार से वादा किया है कि यदि हमारी तकनीक से बने खाद को सरकार लागत मूल्य से आधे पर किसान को उपलब्ध करवाती है तो हम तकनीक का लाइसेंस उनको बिना किसी शुल्क लिए प्रदान करने का प्रयास करेंगे।''Read More