महाराष्ट्र के मुंबई से ताल्लुक रखने वाली रोहिणी खादिलकर का नाम शतरंज की दुनिया का वह नाम है जो चेस खिलाडियों के लिए और खासकर कि लडकियों के लिए एक प्रेरणा है। मात्र 13 साल की उम्र में राष्ट्रीय महिला चेस चैंपियन बनने वाली रोहिणी को वुमन इंटरनेशनल मास्टर होने का भी ख़िताब प्राप्त है।