स्नेहा और अनुभव की शादी हरिद्वार में बहुत ही सादे तरीके से बिना किसी दहेज़ व 'बैंड, बाजा और बरात' के शांति-कुञ्ज में हुई। इसके साथ ही स्नेहा के पिता ने अपनी बेटी के विवाह के उपलक्ष्य में सिलीगुड़ी में ग्रेटर लायंस आई अस्पताल में 151 वंचित पुरुषों और महिलाओं की मोतियाबिंद सर्जरी अपने खर्चे पर करवाई।
वो सात जोड़ियां जिन्होंने अपनी शादी को अनाथ व बेसहारा बच्चों, औरतों और बुजुर्गों के लिए त्यौहार तथा रूढ़िवादी समाज के लिए एक सबक बनाया। ये दूल्हा-दुल्हन न केवल आज की पीढ़ी बल्कि आने वाली हर एक पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।