रिटायरमेंट के बाद 63 वर्षीया राजेश्वरी ने अपने गार्डनिंग के शौक को पूरा करने का मन बनाया और अपने छत पर बागवानी शुरू कर दी, आज उनके टेरेस गार्डन में 200 से अधिक पौधे हैं।
नई दिल्ली में रहने वाले अमित चौधरी करीब 3 साल पहले फैशन डिजाइनिंग में ग्रेजुएशन करने के बाद किसी वजह से डिप्रेशन में चले गए थे। इस वजह से वह तय नहीं कर पा रहे थे कि उन्हें जिंदगी में करना क्या है। इसके बाद उन्होंने बागवानी शुरू करने का फैसला किया, जो बचपन से ही उनका शौक था।
गुड़गाँव में रहने वाली अनामिका ने बागवानी की शुरुआत 3 साल पहले की थी। लेकिन, पहली बार में अधिकांश पौधे सूख गए। इसके बाद उन्होंने यूट्यूब से जानकारी हासिल कर, फिर से पहल शुरू की। आज वह अपने घर में बेकार बर्तनों से लेकर पुराने जींस तक में, 150+ पौधों की टेरेस गार्डनिंग करती हैं।
विजय अपने घर में ड्रमों, टायरों और अन्य बेकार सामानों से निर्मित 150 से अधिक गमलों में आम, अनार, संतरा, किन्नू, जैसे फलों के साथ-साथ गाजर, मूली, धनिया, गोभी जैसे कई सब्जियों की भी खेती करते हैं।