बहुत से बच्चों के मन में बिज़नेस आइडियाज आते हैं, लेकिन उन्हें सही मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है। पढ़िए यह लेख और जानिए कैसे आप कर सकते हैं अपने बिज़नेस आईडिया पर काम।
उत्तर प्रदेश के रहनेवाले कमर्शियल पायलट रजत जैसवाल और अपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाने वाले उनके दोस्त, फरमान बेग ने 2016 में 'Wat-a-Burger' ब्रांड की शुरुआत की थी, जिसके आउटलेट आज 11 राज्यों के 16 शहरों में हैं।
भोपाल, मध्य प्रदेश की रहने वाली एक सफल महिला किसान, प्रतिभा तिवारी ने, न सिर्फ किसानों को जैविक खेती से जोड़ा, बल्कि उनकी उपज खरीदकर अपनी फ़ूड कंपनी 'भूमिशा ऑर्गेनिक्स' की भी नींव रखी, जिससे वह लाखों कमा रही हैं।
लखनऊ, उत्तर-प्रदेश में रहने वाले 29 वर्षीय ओम प्रकाश प्रजापति, सिविल इंजीनियर के तौर पर बनारस में नौकरी कर रहे थे। लेकिन, लॉकडाउन में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर अपना स्टार्टअप, 'लखनऊ कबाड़ीवाला' शुरू किया।
अलीगढ़ के रहने वाले आमिर कुतुब, बहुत से सपने लेकर ऑस्ट्रेलिया पहुँचे थे। लेकिन वहाँ उन्हें आजीविका के लिए, एयरपोर्ट पर सफाई कर्मचारी और अखबार बाँटने का काम करना पड़ा। उन्होंने हार मानने की बजाय, दिन-रात मेहनत कर, अपनी खुद की कंपनी शुरू की। जिसका टर्नओवर आज 10 करोड़ रुपए है।
असम के रहने वाले तेनज़िंग बोडोसा चाय कि जैविक खेती करते हैं। सिर्फ़ चाय की खेती से उनकी सालाना कमाई 60-70 लाख रूपये है। चाय के अलावा वे फल-सब्ज़ियाँ और धान भी उगाते हैं। तेनज़िंग की चाय आज कनाडा, यूके, युएस जैसे देशों में भी मशहूर है।
महाराष्ट्र के एक नक्सली क्षेत्र गडचिरोली से आने वाली प्राजक्ता पुणे में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी की नौकरी छोड़ आज मधुमक्खी पालन कर शहद उत्पादन कर रहीं हैं। वे गडचिरोली को एक नयी पहचान दे रहीं हैं। उनके द्वारा बनाया गया शहद 'कस्तूरी शहद' नामक ब्रांड से बेचा जाता है।