अहमदाबाद, गुजरात में रहने वाले 31 वर्षीय डॉ. दिलीपसिंह सोढ़ा ने, अपनी छत पर पाँच किलोवाट क्षमता वाला सोलर सिस्टम लगवाकर, अपने घर के बिजली बिल को जीरो कर लिया है। इसके साथ ही, वह अपने पिता के साथ मिलकर पौधरोपण, ‘ट्रीगार्ड’ और ‘कार फ्री डे’ जैसी पहलों पर भी काम कर रहे हैं।
Gujrat में अहमदाबाद के रहने वाले चेतन पटेल ने अपनी शादी में 20 पन्नों का निमंत्रण पत्र छपवाया, जिसमें शादी के समारोह की जानकारी के अलावा कृषि के सम्बंधित बहुत-सी अन्य प्राकृतिक और ज़रूरी जानकारी भी प्रिंट करवाई गयी थी। उनका उद्देश्य अपनी शादी के ज़रिए समाज में बदलाव की एक मुहीम शुरू करना था।
अहमदाबाद भारत का पहला शहर है, जिसे 'वर्ल्ड हेरिटेज सिटी' होने का ख़िताब प्राप्त हुआ। 8 जुलाई 2017 को यह घोषणा की गयी। 600 साल पुराने इस शहर में सुल्तानों, अफ्रीकी मूल के सिदी बादशाहों, मुगल सम्राटों और महात्मा गाँधी की कहानियाँ बसी हैं।
गुजरात ग्रासरूट्स इनोवेशन ऑगमेंटेशन नेटवर्क में सीनियर मैनेजर का पद संभाल रहे अलज़ुबैर सैयद ने भारत के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में ईंधन की समस्या पर काम करते हुए 'सोलर कुकिंग अभियान' शुरू किया है। उन्होंने अब तक 100 से भी ज़्यादा गांवों में जाकर लोगों को सौर कुकर बनाना सिखाया है।
गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाली छाया सोनावने सिलाई ट्रेनिंग सेंटर चलाती हैं। सिर्फ़ दसवीं तक पढ़ी छाया बेन ने गरीबी से लड़कर अपनी पहचान बनाई है। पिछले 31 सालों में उन्होंने 3, 000 से भी ज़्यादा लड़कियों को सिलाई करना सिखाया है और आज भी यह सिलसिला जारी है।
गुजरात के अहमदाबाद में भागड सरकारी प्राथमिक स्कूल के 41-वर्षीय प्रिंसिपल आनंद कुमार खलस की एक अनोखी पहल से स्कूल बैग के वजन को काफ़ी कम किया जा सकता है। उन्होंने सभी विषयों के पाठ्यक्रम को सिर्फ़ 10 किताबों में व्यवस्थित किया है। एक ही किताब में सभी विषयों के सिलेबस को एक महीने के हिसाब से लगाया है।