पंजाब के अमृतसर में स्थित अखिल भारतीय पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसाइटी के अनाथ-आश्रम में पली-बढ़ी 23 वर्षीय शालू एक बेहतरीन पॉवरलिफ्टर हैं और आगामी स्पेशल ओलिंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। शालू एक दिव्यांग लड़की हैं और वे ठीक से बोल नहीं पाती हैं, पर फिर भी उनके जज़्बे और हौंसले में कोई कमी नहीं है।