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उम्र सिर्फ 15 साल, लॉकडाउन में सीखा LED Light बनाना, दिया चार लोगों को रोज़गार

LED Bulb Business By 15 year Old Amar Prajapati
#LockdownStories: 15 साल की उम्र में शुरू किया LED Lights का बिजनेस, चार लोगों को दिया रोजगार

कोरोना महामारी के दौरान हमने देखा कि लोगों की जिंदगी कितनी कठिन है। हजारों मजदूर अपने घर से दूर फंसे थे और उनके पास आमदनी का कोई जरिया नहीं था। जिस वजह से उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। उस दौर में एक 15 साल के लड़के ने स्टार्टअप शुरू कर, लोगों की मदद करने की ठानी।  यह प्रेरक कहानी है उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले अमर प्रजापति की। अमर फिलहाल एक स्थानीय निजी स्कूल में नौवीं की पढ़ाई करते हैं और उन्होंने बीते साल लोगों की मदद के लिए ‘जीवन प्रकाश इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड’ नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया, जिसके तहत वह LED Bulb बनाने का काम (LED Bulb Business) करते हैं।



बेरोज़गार मज़दूर बने प्रेरणा

अमर ने द बेटर इंडिया को बताया, “पिछले साल कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए, मार्च में अचानक लॉकडाउन लगा दिया गया था। इस वजह से हजारों लोग अपने घर से दूर फंसे रह गए। सबसे ज्यादा मुश्किल मजदूरों को थी, क्योंकि उनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं था। इसलिए हमने लोगों की मदद के लिए कुछ शुरू करने का फैसला किया।”

अमर प्रजापति

वह आगे बताते हैं, “मुझे इलेक्ट्रॉनिक्स से काफी लगाव है। इसलिए मैं इसी से जुड़ा कुछ शुरू करना चाहता था। मैंने देखा कि अभी LED Bulb से जुड़ी कंपनियां काफी अच्छा कर रही हैं। इसलिए मैं भी LED Bulb Business करना चाहता था।”



पिता ने दिया पूरा साथ

अमर बताते हैं कि इस बिजनेस (LED Bulb Business) को शुरू करने के लिए, उनके पिता रमेश प्रजापति ने उन्हें काफी प्रेरित किया। उनके पिता गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में कैशियर हैं। 

रमेश प्रजापति ने अपने बेटे को LED Bulb बनाने की ट्रेनिंग दी। इसके लिए उन्होंने अमर को अपने एक दोस्त के घर भेजा, जहां उन्होंने पांच दिनों की ट्रेनिंग ली। फिर, उन्हीं की मदद से दिल्ली से रॉ मेटेरियल मंगाया और सितंबर 2020 में अपनी कंपनी शुरू कर दी।

LED Bulb Business में बनाते हैं 15 से अधिक तरह के बल्ब

अमर बताते हैं, “मैंने अपने LED Bulb Business को सिर्फ दो लाख रुपए से शुरू किया। मैं फिलहाल 15 से अधिक तरह के बल्ब बनाता हूं, जो बाजार से सस्ता मिलने से साथ ही, एनर्जी भी कम कन्ज्यूम करता है। इससे बिजली की बचत होती है और अंत में पर्यावरण को ही फायदा होता है।”

15 से अधिक तरह के बल्ब बनाते हैं अमर

अमर ने इस LED Bulb Business की शुरुआत अपने घर से ही की थी। लेकिन जैसे-जैसे दायरा बढ़ने लगा, उन्होंने इसके लिए घर के पास ही एक कमरा किराये पर ले लिया। 

बल्ब की खासियत

अपने स्टार्टअप के तहत अमर सात वाट के बल्ब से लेकर 20 वाट तक के ट्यूबलाइट बनाते हैं। वह बताते हैं, “मैं अपने 7 वाट और 9 वाट के बल्ब पर एक साल की वारंटी देता हूं। बाजार में आज इस पर सिर्फ 6 महीने की वारंटी मिलती है। वहीं, हमने 9 वाट का एक ऐसा बल्ब बनाया है, जो बिजली के साथ-साथ बैटरी पर भी चलता है। इस बल्ब की बैटरी लाइफ चार घंटे की है।”

वह आगे बताते हैं, “आज गांवों में बिजली की समस्या आम है। इसी को ध्यान में रखते हुए, हमने एक ऐसा बल्ब बनाया है, जिसमें सोलर पैनल (Solar Panel) लगा है और बिजली नहीं होने पर भी इसे धूप में रखकर चार्ज किया जा सकता है।”

अमर कहते हैं कि इस बल्ब का आकार एक लालटेन की तरह है। इस सोलर लालटेन में एक से लेकर छह बीट हैं। एक बीट पर इसकी बैटरी लाइफ जहां 12 घंटे है। वहीं, छह बीट पर इसे कम से कम तीन घंटे तक आसानी से जलाया जा सकता है। 

अमर इस सोलर लालटेन पर छह महीने की वारंटी देते हैं और इसका होलसेल दाम 210 रुपए है। वहीं, बाजार में इसकी कीमत 230 रुपए है।

उन्होंने एक डेकोरेटिंग लाइट भी बनाया है, जो पूरी तरह से वाटर प्रूफ और शॉक प्रूफ है। यानी कि इसे आप पानी में भी जला सकते हैं और इसमें बिजली के झटके का भी कोई डर नहीं है।

सोलर लालटेन

वह बताते हैं, “इस बल्ब को डीसी करंट पर जलाया जाता है। 20 मीटर के इस झालर में लेड कोटेड बल्ब का इस्तेमाल किया जाता है और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए हम इसपर रबर की एक और कोटिंग चढ़ा देते हैं। इसमें यदि पानी चला भी जाए तो कोई दिक्कत नहीं। इस झालर पर हम पूरे एक साल की गारंटी देते हैं। इस दौरान यदि यह खराब हुआ, तो आप हमें वापस कर सकते हैं।”

इन सबके अलावा अमर ने एक ऐसा वाई-फाई बल्ब बनाया है, जिसमें स्पीकर और सेंसर लगा है। इस बल्ब में पांच-छह तरह की लाइट आती है, जिसे आप अपने ब्लूटूथ से कनेक्ट कर सकते हैं और गानों की धुन पर चला सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने 15 और 20 वाट का बल्ब और ट्यूबलाइट  भी बनाया है। वह जल्द ही एक टेबल लैम्प बनाने वाले हैं, जिसका बैटरी बैकअप कम से कम 12 घंटा होगा।

वह बताते हैं, “वह बल्ब बनाने के लिए स्ट्रिप लेड बल्ब का इस्तेमाल करते हैं, जिससे अधिक रौशनी होने के साथ ही बिजली की भी खपत कम होती है। हम डिजाइन को इस तरह से बनाने की कोशिश करते हैं कि रौशनी एक ही जगह पर फोकस होने के बजाय अधिक से अधिक फैले और आंखों को चुभे न।”

कैसे करते हैं LED Bulb Business

अमर कहते हैं, “मेरी टीम में फिलहाल चार लोग काम करते हैं। जिसमें एक मैनेजर, दो कारीगर और एक मार्केटिंग को संभालने वाला है। हम अपने बनाए LED Bulb को स्थानीय दुकानदारों को बेचते हैं। हम दुकानदारों से पहले सिर्फ 70 फीसदी पैसे लेते हैं और बाकी बल्ब बिकने के बाद।”

वह बताते हैं, “हमने अपना प्रॉफिट मार्जिन काफी कम रखा है। इस वजह से हमारी मार्किट में जल्द पकड़ बन गई। उदाहरण के तौर पर, मार्किट में 9 वाट के एसी-डीसी बल्ब 300-350 रुपए में मिलते हैं, लेकिन हमारा बल्ब आपको 270-275 रुपए में मिल जाएगा।”

वह आगे बताते हैं, “हम अभी तक पांच लाख से अधिक बल्ब बना चुके हैं और हमारा बाजार गोरखपुर से आगे बढ़कर लखनऊ, मऊ, आजमगढ़, बस्ती और गोंडा तक पहुंच चुका है।”

वह बताते हैं कि उन्होंने जिस LED Bulb Business को सिर्फ 2 लाख रुपए से शुरू किया था, उसमें अब तक 20 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं। मुनाफे के बारे में अमर कहते हैं, “अभी तक 15 लाख रुपये का मुनाफा हमें हुआ है। भविष्य में हम और बेहतर करेंगे, ऐसा भरोसा है।”

वहीं, अमर के साथ काम करने वाले सुनील कुमार रावत कहते हैं, “मैं पहले इवेंट मैनेजमेंट सेक्टर में काम करता था। लेकिन बीते साल जब कोरोना महामारी ने दस्तक दी, तो मेरी नौकरी चली गई। इस वजह से मुझे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मैंने इस साल अमर के साथ काम करना शुरू किया, जिससे मुझे अपने परिवार को ठीक से चलाने में मदद मिल रही है।”

LED Bulb Business में चुनौतियां

अमर कहते हैं कि उन्होंने अपना प्रॉफिट मार्जिन कम रखा है और वह दुकानदारों से 30 फीसदी पैसे बल्ब बिकने के बाद लेते हैं। वह कहते हैं कि कभी-कभी दुकानदारों को बल्ब बेचने में काफी समय लगता है। इस वजह से उन्हें LED Bulb Business को चलाने में, कई बार आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन वह इस LED Bulb Business को किसी भी तरह से रुकने नहीं देंगे।

आगे की राह

अमर इस LED Bulb Business को अपना करियर बनाना चाहते हैं। इसे लेकर उनके पिता रमेश प्रजापति कहते हैं, “अमर को हमेशा से ही इलेक्ट्रॉनिक्स में  रूचि रही है। साथ ही, वह हमेशा लोगों की मदद करना चाहते हैं। कोरोना महामारी के दौरान, उन्हें लोगों के लिए कुछ करने का मौका मिला और हमने अपने बेटे का पूरा साथ दिया।”

अपने परिवार के साथ अमर

वह आगे कहते हैं, “जब यह बिजनेस शुरू हुआ था, तो कई लोग हम पर हंसते थे। लेकिन आज वही हमारी तारीफ करते हैं। इसका श्रेय अमर को ही जाता है। क्योंकि उन्होंने अपनी मेहनत से लोगों के सामने एक उदाहरण पेश किया है।”

44 वर्षीय रमेश प्रजापति बताते हैं कि फिलहाल LED Bulb कंपनी की डायरेक्टर अमर की माँ हैं। लेकिन जैसे ही अमर 18 साल के होंगे, कंपनी की पूरी जिम्मेदारी उनके कंधों पर होगी। अमर इस LED Bulb Business को बढ़ावा देने के लिए फिलहाल सेंसर बल्ब (Sensor Bulb) पर गहराई से रिसर्च कर रहे हैं और जल्द ही उत्पादों को ऑनलाइन बेचने के लिए एक वेबसाइट शुरू किया जाएगा।

वह अंत में कहते हैं, “अक्सर देखा जाता है कि माता-पिता अपने सपने, बच्चों पर थोप देते हैं। लेकिन इससे बच्चों पर काफी दवाब बढ़ जाता है और इसका उनपर काफी बुरा असर पड़ता है। इसलिए, हर माता-पिता को अपने बच्चे की रूचि को समझना चाहिए और उन्हें आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए।”

यदि आप जीवन प्रकाश इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड से संपर्क करना चाहते हैं तो 8081446678 पर कॉल कर सकते हैं।

संपादन- जी एन झा

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