31 जुलाई को पास हुई केरल की पहली महिला बटालियन बैच में से पानांगद निवासी केटी अजिता को बेस्ट कैडेट का ख़िताब मिला। 578 अन्य कैडेटों को हराकर, इस युवा महिला को मुख्यमंत्री की सर्वश्रेष्ठ कैडेट ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। उन्हें पिछले हफ्ते सीएम पिनाराय विजयन ने सम्मानित किया।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता के कूड़घाट क्षेत्र में 4 डॉक्टरों को मुस्लिम होने के वजह से परेशानी उठानी पड़ी। लेकिन ऐसे में उनके पड़ोसी व मकान मालिक ने साम्प्रदायिक सह्रदयता की मिसाल कायम की। उन्होंने यह निश्चित किया कि इन चारों लड़कों को घर खाली न करना पड़े।
अक्सर फिटनेस के सलाहकार हमें घी खाने से मना करते हैं। लेकिन हमारी दादी का खाना बिना घी के पूरा नहीं होता। तो क्या सही है और क्या गलत। इसके लिए हाल ही में हुए एक शोध से पता चला है कि वाकई हमारे स्वास्थ्य के लिए बढ़िया होता है।
हरियाणा की चेतना सैनी ने अपनी शादी के पांच साल बाद फिर से बॉक्सिंग शुरू की है। हाल ही में उन्होंने जिला स्तर की प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता। उनके दो बच्चे भी हैं। लेकिन अपने परिवार की मदद से वे अपना सपना पूरा कर रही हैं। अब उनकी तैयारी नेशनल टूर्नामेंट खेलने की है।
पुणे निवासी निनाद वेंगरुलकर के माली रामभाऊ आज बागवानी से लाखों में कमा रहे हैं। उन्होंने आज से चार साल पहले एक माली के रूप में शुरुआत की थी। लेकिन आज उनके पास अच्छा घर, होंडा सिविक गाड़ी है और लगभग 15 लोग उनके नीचे काम करते हैं। निनाद ने एक फेसबुक पोस्ट में उनके बारे में लिखा है।
हमने आज तक कई शहीदों और सेना में सेवारत जवानों के किस्से सुने हैं, जिन्होंने जीते-जी अपनी मातृभूमि पर आंच तक नहीं आने दी। पर आज हम एक ऐसे जवान की कहानी बयान करने जा रहें हैं, जिसने शहादत के बाद भी अपने देश की रक्षा का बीड़ा उठा रखा है!
क्रिकेटर हरभजन सिंह ने हाल ही में, पूर्व एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हाकम भट्टल की सहायता की। दरअसल भट्टल वर्तमान में लिवर और किड़नी की बीमारियों के चलते पंजाब के संगरूर के एक निजी अस्पताल में अपने जीवन के लिए जूझ रहे हैं। खेल मंत्रालय ने भी उन की सहायता की है।
भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई गणितज्ञ अक्षय वेंकटेश, इस साल के फील्ड मेडल के चार विजेताओं में से एक है। इस फील्ड मेडल को गणित में नोबेल पुरस्कार माना जाता है। नई दिल्ली में जन्में 36 वर्षीय वेंकटेश ने बुधवार को "असाधारण रूप से गणित में विषयों की विस्तृत श्रृंखला का योगदान" के लिए यह सम्मान जीता है।
भारतीय रेलवे की सीएसएमटी- पुणे इंटरसिटी एक्सप्रेस के सभी यात्रियों को वॉचमैन सुनील बिहारी का शुक्रिया अदा करना चाहिए। क्योंकि उनकी सतर्कता के चलते केंद्रीय रेलवे के घाट खंड में मंगलवार की सुबह एक बहुत बड़ी दुर्घटना होने से बच गयी।
राजस्थान से ताल्लुक रखने वाली 48 वर्षीय वर्षा शर्मा अपने एक दोस्त को किडनी दान करना चाहती थी। उनका दोस्त भारतीय सेना में एक सेवारत अफसर है। जिनका नाम कर्नल पंकज भार्गव है। हाल ही में, कर्नाटक हाई कोर्ट ने वर्षा को किडनी दान करने की इजाजत दे दी है। सर्जरी कोलम्बिया एशिया अस्पताल में पूरी हुई।