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हवा के बाद यदि जिंदा रहने के लिये किसी चीज़ की सबसे अधिक आव्यशकता होती है तो वो है, पानी! पर इंसान ने तरक्की के नाम पर जीवनयापन की इन दोनों सबसे ज़रूरी चीजों को ही दूषित कर दिया है। और अब हाल ये है कि किसी समय पर प्रकृति की अपार दें माना जाने वाले पानी को भी आज हम खरीदकर पीते है।
पर क्या कभी आपने सोचा है कि जो लोग बमुश्किल दो वक़्त की रोटी कमा पाते है वो पानी कैसे खरीदते होंगे? तो जवाब है कि वो लोग पानी नही खरीद पाते और मजबूरन गंदा पानी पीकर ही गुज़ारा करते है। ऐसे में झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले ये लोग अक्सर गंदे पानी से पनंपने वाली बिमारियों के शिकार हो जाते है।
पर भुबनेश्वर की झुग्गियों में अब ऐसा नहीं होगा! यहाँ रहने वाले लोगो को अब साफ़ पानी मिला करेगा और वो भी बहुत ही कम कीमत पर। भुबनेश्वर म्युनिसिपल (बीएमसी) कारपोरेशन के एक बेहतरीन कदम की वजह से यह संभव हो पाया है।
बीएमसी ने शहर की झुग्गियों में जगह-जगह पर पानी के एटीएम लगवायें है। और अब लोगों में स्मार्ट कार्ड भी बांटा जायेगा जिसके ज़रिये वे इन एटीएम मशीनों से पानी निकाल सके।
Picture for representation only. Source: Facebook
सौर्य उर्जा से चलने वाले इन पानी के एटीएम मशीनों में 500 से 40,000 लीटर पानी रखा जा सकता है। कार्ड स्वाइप करने पर एटीएम के स्क्रीन पर पानी की मात्रा का विकल्प आ जाता है और हर कोई अपनी ज़रूरत के मुताबिक़ पानी निकाल सकता है। एक व्यक्ति एक बार में 20 लीटर तक पानी निकाल सकता है।
जल्द ही बीएमसी शहर की झुग्गियों में करीब 2,500 स्मार्ट कार्ड वितरित करेगी। शहर के विभिन्न हिस्सों में 10 एटीएम लगवाए गए है।
इन एटीएम मशीनों में पानी की कीमत केवल 30 पैसा प्रति लीटर के हिसाब से होगी। और अपने स्मार्ट कार्ड् को लोग अपने वार्ड के दफ्तर से रिचार्ज कर सकते है।
इस प्रोजेक्ट के लिए बीएमसी ने 'पिरामल सर्वजल' नामक एक निजी कंपनी के साथ साझेदारी की है। इससे पहले कोलकाता और दिल्ली में भी ऐसे एटीएम लगवाए जा चुके है।
बीएमसी के एक प्रवक्ता ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया,"हमे फिलहाल एक हज़ार स्मार्ट कार्ड्स मिले है। आने वाले हफ्ते में बाकी के 1500 कार्ड्स भी मिलने की उम्मीद है और करीब दो हफ्तों में ये सभी कार्ड बाँट दिए जायेंगे।"
इस योजना के अगले पड़ाव में शहर के बाकी हिस्सों में और 30 पानी के एटीएम लगवाये जायेंगे। इनमे सरकारी तथा निजी कंपनियां भी साफ़ पानी मुहैया करवाएंगी। शहर के मेयर अनंत जेना का मानना है कि इस योजना से गंदे पानी से होने वाली बीमारियों में रोकथाम होगी।
उन्होंने कहा, "हम उन इलाको को प्राथमिकता दे रहे है जिनमे साफ़ पानी की कोई व्यवस्था नहीं है अथवा वो भीतरी इलाके जहाँ तक साफ़ पानी की पाइपे भी नहीं पहुँच पाती।"
हमे उम्मीद है कि इस कदम से झुग्गियों में रहने वाले लोगों की परेशानियाँ कुछ हद तक कम हो जाएँगी।