Placeholder canvas

अगस्त के महीने में लगाएं ठंड में खाई जाने वाली इन सब्जियों के बीज

August vegetables

पढ़िए किन सब्जियों के बीज लगा सकते हैं अगस्त में। एक्सपर्ट से सीखें इन्हें लगाने का सही तरीका।

ठंड के मौसम में बाज़ार में हरी पत्तेदार सब्जियों की मांग बढ़ने लगती है। फ़िलहाल गर्मियों के मौसम की सभी सब्जियों की कटाई हो गई है और कुछ महीनों में सर्दियों का मौसम आ जाएगा। ऐसे में टेरेस गार्डन से जुड़े लोग अभी से ठंड के मौसम में उगने वाली सब्जियों की तैयारी में लग जाते हैं।  इस महीने में बीज बोकर पौधे तैयार किए जाते हैं और फिर उन्हें बड़े गमलों और ग्रो बैग्स में लगाया जाता है। तकरीबन दो-तीन महीने बाद, सर्दियों में आपको अपने गार्डन से अच्छी उपज मिलने लगती है।   

सूरत में होम गार्डनिंग और टेरेस गार्डन वर्कशॉप ऑर्गेनाइज़ करने वाली, अनुपमा देसाई ने बताया कि कौन सी सब्जियां हैं, जिनके बीजों को अगस्त के महीने में लगाना चाहिए। अनुपमा ने बताया, “सामान्य तौर पर अगस्त से मौसम में नमी होने लगती है और तापमान भी कम होता है। इस तापमान में कई फूलों और सब्जियों के बीज लगाए जा सकते हैं। हालांकि, सभी जगहों का अलग-अलग तापमान होता है, उसी के अनुसार बीज रोपने चाहिए। 

अगर आप सब्जियां उगाने का विचार कर रहे हैं, तो आज से ही शुरू हो जाएं। 

लगाएं इन सब्जियों के बीज –

1.  चुकंदर

grow beetroot in august
चुकंदर

सबसे पहले आपको चुकंदर का पौधा तैयार करना होगा, जिसके लिए आप कोई छोटा गमला या फिर प्लास्टिक की बोतल को काटकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

पॉटिंग मिक्स के लिए आप मिट्टी में कोकोपीट, रेत और खाद आदि मिला सकते हैं। 

आप गमले या प्लांटर में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर चुकंदर के बीज लगाएं। 

ऊपर से थोड़ी और मिट्टी डालकर पानी छिड़क दें।  

इस प्लांटर को ऐसी जगह रखें, जहां बहुत ज्यादा धूप न आती हो।

लगभग दो-तीन हफ्ते में इसमें पौधे उगने लगेंगे और आपका काम है, इनमें नियमित रूप से देखना कि मिट्टी सूखे न। 

अगर मिट्टी सूखी लगे, तो आप पानी दें, ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे। 

लगभग तीन हफ्ते बाद आपके पौधे इतने बड़े हो जाएंगे कि आप इन्हें ट्रांसप्लांट कर सकें। 

ट्रांसप्लांट करते समय आप मीडियम साइज़ के गमले में दो-तीन पौधे लगाएं या फिर आप कोई गहरा और चौड़ा कंटेनर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 

इनमें पानी का छिड़काव करें और दो-तीन दिन छांव में ही रखें। 

इसके बाद आप इन्हें धूप में रखें और नियमित देखभाल करें। 

लगभग एक महीने बाद आप इन पौधों में खाद, जैसे- सरसों की खली या नीमखली देते रहें। 

आपके चुकंदर के पौधे लगभग 3 महीने बाद हार्वेस्टिंग के लिए तैयार होंगे। 

2. फूलगोभी

cauliflower in a pot
फूलगोभी

फूलगोभी और ब्रॉकली दोनों ही समान तरीके से लगाई जा सकती हैं, इसके लिए आपको बाजार से बीज लाने होंगे। अगर आपके पास घर पर बीज मौजूद हैं, तो इसे ट्राइकोडर्मा पाउडर में या हल्दी के पानी की कोटिंग देकर तैयार कर सकते हैं। बीज से फूलगोभी की अलग-अलग वराइटी आप लगा सकते हैं। 

सबसे पहले एक मध्यम आकर के गमले में या सैपलिंग ट्रे में बीज को अंकुरित करें।  

चार से पांच पत्ते निकलते ही, इसे मिट्टी सहित या अंकुरित पौधे को बड़े गमले में डाल दें। 

आप बड़े ग्रो बैग, गमले या पुराने टब में, पॉटिंग मिक्स डालकर इस्तेमाल कर सकते हैं। 

पॉटिंग मिक्स के लिए, आप 50%सामान्य मिट्टी और बाकि 50% में कोकोपीट और कम्पोस्ट का मिश्रण ले सकते हैं। 

नियमित तौर पर पानी देते रहने से लगभग एक महीने में आपके पौधे तैयार हो जाएंगे। 

तक़रीबन 45 दिनों में इसमें फूल निकलने लगेंगे। 

अनुपमा बताती हैं कि फूल आने के बाद, आपको सही खाद का ध्यान रखना होगा, ताकि समय पर इसमें फल भी निकलने लगें। 

इस तरह सही देखभाल के साथ दो-ढाई महीने में गोभी की उपज तैयार हो जाएगी। 

नोट- कीड़े आदि से बचाव के लिए आप जैविक कीटनाशक, नीम की खली या गाय के दूध का छिड़काव करते रहें। 

3.  गाजर 

गाजर भी एक रूट क्रॉप है और इसलिए ज़रूरी है कि आप कोई ऐसा गमला या ग्रो बैग लें, जिसका ड्रेनेज सिस्टम बहुत ही अच्छा हो। इसके साथ ही, यह गमला या ग्रो बैग थोड़ा गहरा भी होना चाहिए, ताकि गाजर को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिले। 

सबसे पहले पॉटिंग मिक्स डालकर गमला तैयार करें। 

अब मिट्टी में अपनी ऊंगली से समान दूरी पर कतारों में गड्ढ़े कर लें। 

इन गड्ढ़ों में आप एक-दो करके गाजर के बीज डालें। 

ऊपर से हल्की मिट्टी डालकर, सभी बीजों को ढक दें। 

अब इसमें छिड़काव करके पानी दें। 

लगभग 15 दिनों में आपका पौधा बनने लगेगा। 

अगर एक ही जगह से कई सारे पौधे निकलते दिखाई दे रहे हैं, तो आप एक-दो पौधे निकाल भी सकते हैं। 

small plants of carrots
गाजर के छोटे पौधे

एक गमले में आप बहुत ज्यादा पौधे न लगाएं, ताकि आपको गाजर की ग्रोथ अच्छी मिले। साथ ही, गाजर के पौधे 2-3 हफ्ते के होने के बाद आप इनमें तरल खाद दे सकते हैं। कोशिश करें कि हर दस दिन में आप बदल-बदलकर खाद पौधों को दें। 

गाजर को बढ़ने के लिए पर्याप्त धूप की ज़रूरत होती है। 

लगभग दो-ढाई महीने में गाजर हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाते हैं। 

4. टमाटर

टमाटर के बीज आपको घर से मिल जाएंगे। इसे आप सुखाकर हल्दी की कोटिंग करके लगा सकते हैं। अगर आप बाहर से बीज ला रहे हैं, तो ध्यान दें कि बीज ज्यादा पुराने न हों। आप टमाटर के छोटे-छोटे पौधे बोतल या छोटे कंटेनर में भी लगा सकते हैं। लेकिन अगर आप बड़ा पौधा और ज्यादा उपज चाहते हैं, तो इसे इस तरह से लगाएं- 

सबसे पहले मिट्टी भरकर एक बड़ा ग्रो बैग या गमला तैयार करें। आप गाजर और फूलगोभी वाली पॉटिंग मिक्स भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 

इसके बाद इसके सैपलिंग तैयार करें। 

एक इंच तक मिट्टी डालकर गमले को भरें।

फिर टमाटर के बीज डालें, उसके बाद ऊपर से मिट्टी डालकर बीजों को ढंक दें।  

कुछ दिनों तक थोड़े-थोड़े पानी का छिड़काव करते रहें। 

तकरीबन 10 दिनों के बाद, आपको अंकुर आते दिखेंगे। 

जब पौधे की लंबाई लगभग एक इंच हो जाए, तब पौधे को गमले में प्लांट कर दें। 

एक गमले में केवल एक पौधा लगाएं। 

अगर गमले में एक से ज़्यादा पौधे होंगे, तो टमाटरों का उत्पादन कम होगा। 

tomato in seedling try

5.पत्तागोभी

पत्तागोभी आप बीज से या फिर आपके घर में आने वाली पत्तागोभी को काटने पर बचने वाले उसके स्टेम वाले हिस्से से भी उगा सकते हैं। आप बाज़ार से जो पत्तागोभी लाते हैं, उसके नीचे के स्टेम को देखिए, अगर इसमें हल्की-हल्की बड/जड़ें/स्प्राउट आपको दिखती हैं, तो आप इसे नए पौधे उगाने के लिए उपयोग में ले सकते हैं। 

कैसे उगाएं?

सबसे पहले जिस जगह से स्प्राउट आ रहे हैं, आप स्प्राउट को नुकसान पहुंचाए बिना इसे काट लें। अब पॉटिंग मिक्स तैयार करें, जिसमें आप मिट्टी के साथ रेत, गोबर की खाद, केंचुआ खाद और कोकोपीट जैसे पोषक तत्व मिला सकते हैं। 

इस पॉटिंग मिक्स को आप थोड़े चौड़े और हल्के गहरे गमले या किसी कंटेनर में भरें। 

इसमें ड्रेनेज सिस्टम अच्छा होना चाहिए। 

अब स्प्राउट वाले हिस्से को मिट्टी में लगा दें और ऊपर से मिट्टी से ढक दें। 

पानी स्प्रिंकलर से दें। 

अब गमले को धूप में रख दें और नियमित तौर पर पानी देते रहें। 

लगभग 2 हफ्तों में पौधे उगने लगेंगे। 

जब ये पौधे एक महीने के हो जाएं, तो आप दूसरे जैविक फ़र्टिलाइज़र जैसे केले के छिल्के का पानी, प्याज़ के छिल्के का पानी डाल सकते हैं। 

लगभग ढाई-तीन महीने में आपकी पत्तागोभी तैयार हो जाएगी। 

इन सभी पौधों  को आप अच्छी सूरज की रोशनी में रखें। 

तो आप भी इस महीने कुछ एक पौधे जरूर लगाएं। ताकि ठंड आते-आते, आपको घर की ताज़ी सब्जियां खाने को मिलें।

हैप्पी गार्डनिंग! 

संपादनः अर्चना दुबे

यह भी पढ़ेंः बारिश का मौसम सब्जीयां उगाने के लिए होता है सबसे सही, करें इन पांच सब्जियों से शुरुआत

We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons:

Let us know how you felt

  • love
  • like
  • inspired
  • support
  • appreciate
X